अरब देशों को नजरअंदाज करते हुए क़तर ने ईरान के साथ अपने राजनायिक रिश्ते को फिर से शुरु कर दिया है। क़तर ने अपने फैसले का ऐलान कर दिया है। आपको याद दिला दूं कि क़तर के साथ अरब के चार देशों ने राजनायिक समेत सभी रिश्ते खत्म कर दिए हैं।
अरब देशों ने क़तर पर यह इल्ज़ाम लगाया है कि आतंकवाद को बढ़ावा देता है। क़तर का यह फैसला सऊदी अरब के लिए एक झटके की तरह देखा जा रहा है। क़तर के विदेश मंत्रालय ने ऐलान किया कि देश के राजदूत तेहरान लौट जाएंगे।
साल 2016 में सऊदी अरब ने एक प्रमुख शिया उलेमा को मौत की सजा दी थी, जिसके बाद क़तर ने सऊदी अरब के साथ एकजुटता दिखाते हुए ईरान से अपने राजदूत को वापस बुला लिया था।