ईरान और छः आलमी ताक़तों के दरमयान तेहरान के मुतनाज़ा न्यूक्लीयर प्रोग्राम के हवाले से 20 जुलाई की क़तई आख़िरी मोहलत तक किसी मुआहिदे तक पहुंचना मुम्किन दिखाई नहीं दे रहा, और इस में तौसीअ की कोशिश की जा रही है।
एक मग़रिबी सिफ़ारतकार ने नाम मख़्फ़ी रखने की शर्त पर ख़बररसां इदारे राईटर्ज़ को बताया है कि ईरान के साथ जौहरी मुज़ाकरात मज़ीद कई माह तक जारी रहने का इमकान है।
उन का कहना था कि 20 जुलाई की क़तई मोहलत तक मग़रिबी ममालिक और ईरान का किसी मुआहिदे तक पहुंच जाना मुम्किन दिखाई नहीं देता।