यरूशलम । 11 जनवरी (राइटर्स) इसराईल के दानिश्वरों के एक ग्रुप ने न्यूक्लीयर ताक़त बनने से रोकने की इसराईली उम्मीदें दम तोड़ चुकी हैं। एक जंगी मश्क़ में जिस में साबिक़ सीनीयर , साबिक़ सरबराह फ़ौज और महिकमा सुराग़ रसानी के ओहदेदारों को शामिल किया गया था। इदारा बराए क़ौमी सयान्ती मुताला जात ने इस हिक्मत-ए-अमली का ताय्युन करने की कोशिश की कि जिस दिन ईरान न्यूक्लीयर हथियार का कामयाब तजुर्बा करे उस दिन इसराईल का रद्द-ए-अमल किया और कैसा होना चाहीए।
दानिश्वरों की इस अंजुमन के सदर साबिक़ सरबराह महिकमा फ़ौजी सुराग़ रसानी हैं और इस का फ़ैसला ये इशारा देता है कि हुकूमत इसराईल का अंदाज़ फ़िक्र किया है क्योंकि ये अंजुमन हुकूमत इसराईल से बहुत क़रीबी रवाबित रखती है। वज़ीर-ए-आज़म इसराईल बिंजा मन नतन याहूको भी अंजुमन के मुताला की एक नक़ल रवाना करदी गई है।रोज़नामा दी टाईम्स की इत्तिला के बमूजब अमरीका ने इसराईल से दिफ़ाई मुआहिदा की तजवीज़ पेश की है, लेकिन ज़ोर दिया है कि इसराईल ईरान के ख़िलाफ़ कोई रद्द-ए-अमल ज़ाहिर ना करे और ना कोई कार्रवाई करे।
रूसी इस इलाक़ा में न्यूक्लीयर फैलाव के इंसिदाद के लिए अमरीका से इत्तिहाद का ख़ाहां है हालाँकि सऊदी अरब अपना न्यूक्लीयर पर ग्राम शुरू करना चाहता है। दानिश्वरों की अंजुमन के माहिरीन को यक़ीन है कि ईरान जनवरी 2013 में न्यूक्लीयर हथियार का तजुर्बा करेगा।