ईरान: ताक़त के इज़हार के लिए बहरीया का इस्तिमाल

ईरान अपनी ताक़त के इज़हार के लिए बहरीया को इस्तिमाल कर रहा है। ये ख़लीजी ममालिक और वाशिंगटन के लिए एक पैग़ाम भी है कि ईरान उन के सामने झुकने वाला नहीं है। नाक़िदीन के बाक़ौल ये ईरानी पालिसी पूरे ख़ित्ते को ग़ैर मुस्तहकम कर सकती है।

ख़ाम तेल की स्पलाई के हवाले से आबनाए हुर्मुज़ को दुनिया का अहम तरीन समुंद्री रास्ता समझा जाता है। चंद रोज़ पहले ईरानी बहरीया ने वहां सिंगापुर के पर्चम वाले एक माल बर्दार बहरी जहाज़ पर इंतिबाही फ़ायर किए। ईरान का इल्ज़ाम था कि इस जहाज़ ने एक ईरानी ऑयल प्लेटफार्म को नुक़्सान पहुंचाया था। इस ईरानी कार्रवाई के बाद वो जहाज़ वहां से फ़रार हो गया था।

इसी तरह ईरानी बहरीया ने आबनाए हुर्मुज़ में शक की बुनियाद पर एक कंटेनर बर्दार बहरी जहाज़ भी अपने क़बज़े में ले लिया था। एक ईरानी ओहदेदार ने अपना नाम ज़ाहिर ना करने की शर्त पर बताया, ईरान की तरफ़ से आबनाए हुर्मुज़ में हालिया इक़दामात सऊदी अरब के लिए वाज़िह पैग़ाम हैं। कोई भी ईरान के मर्कज़ी किरदार से इनकार नहीं कर सकता।

इस ओहदेदार का कहना था कि ईरान के इस्लाहात पसंद होँ या बुनियाद परस्त, सभी रहनुमा ख़ित्ते में मुल्की असर-ओ-रसूख़ बढ़ाना चाहते हैं, उन्हें (वाशिंगटन और सऊदी अरब के इत्तिहादियों को) ये तवक़्क़ो नहीं रखनी चाहिए कि वो ईरान जैसी इलाक़ाई ताक़त के जहाज़ को यमन में दाख़िले से रोक देंगे और ईरान ख़ामोश रहेगा। क़ब्लअज़ीं अमरीका ने यमन जाने वाले एक ईरानी इमदादी बहरी जहाज़को रोक दिया था।

ईरान की तरफ़ से ये कार्यवाइयां ऐसे वक़्त पर की गई हैं, जब अमरीका ने अपने अरब इत्तिहादी मुल्कों को यक़ीन दिलाया है कि जून में ईरान के साथ किसी मुम्किना जौहरी मुआहिदे की सूरत में उन के मफ़ादात को भी मलहूज़-ए-ख़ातिर रखा जाएगा। यमन के तनाज़े की वजह से सऊदी अरब और ईरान के माबैन ख़लीज बढ़ती जा रही है।

रियाज़ हुकूमत अपने हमसाया मुल्क यमन में ईरान के हिमायत याफ़ता हूसी शीया बाग़ीयों के ख़िलाफ़ फ़िज़ाई बमबारी जारी रखे हुए है जबकि तहरान ने उसे ज़ुल्म और जब्र क़रार दिया है।
ईरान सऊदी अरब के साथ बराह-ए-रास्त फ़ौजी महाज़ आराई के इम्कान के हवाले से बहुत मुहतात है। एक सीनीयर ईरानी स्कियोरटी अहलकार का इल्ज़ाम आइद करते हुए कहना था,रियाज़ ईरान को किसी फ़ौजी तनाज़े में खींचना चाहता है। सऊदी अरब एक ख़तरनाक रास्ते पर चल निकला है। हम सऊदी अरब का जवाब देने के काबिल हैं लेकिन फ़िलहाल हम मुआमलात मुज़ाकरात के ज़रीये हल करना चाहते हैं।

तजज़िया कारों के मुताबिक़ ईरानी समुंद्री कार्यवाइयां रियाज़ और तेहरान में मुल्की हुकूमतों के माबैन ख़ित्ते में असर-ओ-रसूख़ की जंग को मज़ीद तेज़ कर सकती हैं। दूसरी जानिब इन कार्यवाईयों से तिजारती जहाज़रानी के अख़राजात में हैरानकुन इज़ाफ़ा भी हो सकता है। चंद रोज़ पहले ईरानी समुंद्री कार्रवाई के ख़तरे के बाइस अमरीका को भी अपने एक तिजारती बहरी जहाज़ को हिफ़ाज़त के लिए एक फ़ौजी बहरी जहाज़ साथ भेजना पड़ा था। क़ब्ल अज़ीं ईरानी बहरीया की कश्तियां 24 अप्रैल को एक अमरीकी बहरी जहाज़ के इंतिहाई क़रीब पहुंच गई थीं और अमरीका ने उसे हिरासाँ करने वाला इक़दाम क़रार दिया था।