ईरान मिसाइलों और “गुप्त हथियारों” का उपयोग करके खाड़ी क्षेत्र में भेजे गए अमेरिकी युद्धपोतों को डुबो सकता है. शनिवार को अर्ध-सरकारी समाचार एजेंसी मिजान से बातचीत में एक वरिष्ठ सैन्य अधिकारी ने ये बात कही.
अमेरिका ने शुक्रवार को मध्य पूर्व में 1,500 सैनिकों की तैनाती की घोषणा की है. अमेरिका पहले ही ईरान के रेवॉल्यूशनरी गार्ड्स को आतंकवादी समूह घोषित कर चुका है. अमेरिका ने इसी महीने मध्य पूर्व में एक टैंकर पर हमले के लिए ईरान के रेवॉल्यूशनरी गार्ड्स को जिम्मेदार ठहरा चुका है. इसलिए ईरान के खिलाफ बचाव रूप में अमेरिका ने सैनिकों की तैनाती की घोषणा की है.
अमेरिका पहले ही मध्य पूर्व में एयरक्राफ्ट कैरियर तैनात कर चुका है. ईरान की सैन्य कमान के सलाहकार जनरल मोर्तजा कुर्बानी ने मिजान से बातचीत में कहा, “अमेरिका इस क्षेत्र में दो युद्धपोत भेज रहा है. यदि वह ऐसी मूर्खता करते हैं, तो हम इन जहाजों को दो मिसाइलों और दो नए गुप्त हथियारों का उपयोग करके उनके चालक दल समेत समुद्र में डुबो देंगे.”
अमेरिका का ये कदम ट्रंप प्रशासन की ताजा कार्रवाई है. अमेरिका ईरान की तरफ से संभावित हमले की आशंका के बाद ये कदम उठा रहा है. पश्चिमी देशों के विशेषज्ञों का कहना है कि ईरान अक्सर अपने हथियारों की क्षमता को बढ़ा-चढ़ा कर पेश करता है. हालांकि उसके मिसाइल कार्यक्रम खास तौर पर लंबी दूरी की बैलिस्टिक मिसाइलें दुनिया भर के लिए चिंता का विषय जरूर है.