ईरान न्यूक्लीयर मुआहिदा पर अब तक ग़ैर यक़ीनी के बादल

आलमी ताक़तें चाहती हैं कि इक़्तिसादी पाबंदीयां हटाने के इवज़ ईरान अपने जौहरी प्रोग्राम को महदूद कर दे। इस से क़ब्ल तवक़्क़ो थी कि मंगल की रात ग्रीनिच वक़्त के मुताबिक़ 10 बजे एक ब्यान जारी कर दिया जाएगा जिस में तय पाने वाले जौहरी मुआहिदे के अहम निकात का ज़िक्र होगा लेकिन इस बात के कोई आसार नहीं हैं कि मुतनाज़ा मसाइल का हल तलाश कर लिया गया है।

ईरानी मुसालहत कार हामिद बाइदी नज़ाद ने कहा कि मुज़ाकरात उस वक़्त ख़त्म होंगे जब मसाइल का हल तलाश कर लिया जाएगा। हम घड़ी की तरफ़ नहीं देख रहे। अमरीका, बर्तानिया, चीन, रूस, फ़्रांस और जर्मनी के मंदूबीन तक़रीबन एक हफ़्ता से ईरानी हुक्काम से बातचीत में मसरूफ़ हैं ताकि 18 माह से जारी उन जौहरी मुज़ाकरात को कामयाब बनाया जा सके।

दरीं अस्ना चीन ने भी ईरान और छः आलमी ताक़तों से अपील की है कि जौहरी तवानाई से मुताल्लिक़ मुज़ाकरात में बाअज़ समझौतों को मद्दे नज़र रखा जाए जो आज सातवीं रोज़ में दाख़िल हो गई है।