वाशिंगटन : अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने डॉनल्ड ट्रंप के ईरान परमाणु समझौते से हटने के फैसले को’मिसगाइडेड’ बताया है. ईरान परमाणु समझौता ओबामा के राष्ट्रपति कार्यकाल में किया गया था. ट्रंप के इस समझौते से हटने के फैसले को गलत बताते हुए ओबामा ने कहा ” मुझे लगता है कि इस डील को रद्द करना ट्रंप की एक बड़ी गलती है.”
जनवरी 2017 में जब से ओबामा ने राष्ट्रपति कार्यालय छोड़ा है तब से वो मुख्य राजनीति से दूर रहते हैं. लेकिन इससे पहले भी ओबामा ट्रंप के कई फैसलों की आलोचना कर चुके हैं.
अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने मंगलवार को ईरान के साथ हुए ऐतिहासिक परमाणु समझौते से अमेरिका के अलग होने की घोषणा की. ओबामा के कार्यकाल में हुए इस समझौते की ट्रंप पहले भी कई बार आलोचना कर चुके थे. ट्रंप ने कहा , ‘‘ मेरे लिए यह स्पष्ट है कि हम ईरान के परमाणु बम को नहीं रोक सकते. ईरान समझौता मूल रूप से दोषपूर्ण है. इसलिए, मैं ईरान परमाणु समझौते से अमेरिका के हटने की घोषणा कर रहा हूं. ’’
इसके कुछ देर बाद उन्होंने ईरान के खिलाफ ताजा प्रतिबंधों वाले दस्तावेजों पर हस्ताक्षर किये और देशों को ईरान के विवादित परमाणु हथियार कार्यक्रम पर उसके साथ सहयोग करने के खिलाफ चेताया.
ट्रंप ने कहा कि इस समझौते ने ईरान को बड़ी मात्रा में धन दिया और इसे परमाणु हथियार हासिल करने से नहीं रोका.
ट्रंप ने यह फैसला कर अहम यूरोपीय सहयोगियों और अमेरिका के शीर्ष डेमोक्रेट नेताओं की सलाह को नजरअंदाज किया. अपने चुनाव प्रचार के समय से ही ट्रंप ने ओबामा के ईरान परमाणु समझौते की कई बार आलोचना की है. उन्होंने समझौते को खराब बताया था.
जुलाई 2015 में ईरान और संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के पांच स्थायी सदस्यों और जर्मनी तथा यूरोपीय संघ के बीच वियना में ईरान परमाणु समझौता हुआ था. ट्रंप के फैसले का दुनियाभर में प्रभाव होगा. इससे ईरान की अर्थव्यवस्था प्रभावित होगी और पश्चिमी एशिया में तनाव बढे़गा.