ईरान पर कार्रवाई की साजिश रच रहा है अमेरिका, मुस्लिम देशों को अपने पाले में लाने की कर रहा है कोशिश!

सऊदी अरब कतर से लगी सीमा पर नहर खोदने की योजना तैयार कर रहा है, जिससे कतर पूरी तरह एक टापू में तब्दील हो जाएगा। इस नहर में सऊदी अपना परमाणु कचरा भी फेंकेगा। इस बीच अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पियो अपनी पहली विदेश यात्रा पर रियाद पहुंचे हैं। उन्होंने सऊदी अरब से कहा कि अब बहुत हुआ।

अमेरिका, मिसाइल कार्यक्रम को लेकर ईरान को दंडित करना चाहता है और वह इसके लिए अपने सहयोगी देशों को एकजुट करने में लगा है। इसके लिए वह सउदी अरब और उसके पड़ोसी देशों को समझा रहा है कि वे कतर के साथ अपने लंबे समय से चले आ रह विवादों को सुलझाएं, क्योंकि इसी विवाद का फायदा उठाकर ईरान, यमन, और सीरिया समेत क्षेत्र में अपना प्रभाव बढ़ाने में लगा है।

पोम्पियो ने इसके साथ ही सऊदी अरब और उसके पड़ोसियों से आग्रह किया कि वे कतर के साथ लंबित विवाद को सुलझाएं। उन्होंने कहा कि अमेरिकी अधिकारियों का कहना है कि ईरान इसका इस्तेमाल यमन और सीरिया सहित क्षेत्र पर अपना प्रभाव बढ़ाने के लिए कर रहा है।

पोम्पियो ने रविवार को सऊदी अरब के शाह सलमान से मुलाकात की। सऊदी अरब के अलावा बहरीन, मिस्र और संयुक्त अरब अमीरात, कतर के साथ विवाद में फंसे हुए हैं। इस विवाद के चलते खाड़ी अरब की एकता में अड़ंगा लगा है और अमेरिका को परेशान किया है क्योंकि वह ईरान पर अंकुश लगाना चाहता है।

सीआईए के पूर्व प्रमुख एक दिन पहले ही रियाद पहुंच गए थे। इससे कुछ ही समय पहले ईरान समर्थित हुथी विद्रोहियों ने सऊदी अरब दक्षिणी शहर जिजान पर मिसाइलें दागी थीं जिसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई थी।

पोम्पियो के साथ सफर कर रहे अमेरिका के वरिष्ठ अधिकारियों ने ईरान पर मिसाइल की तस्करी यमन में करने का आरोप लगाया। पोम्पियो ने सऊदी अरब के विदेश मंत्री अब्दुल अल जुबैर के साथ संवाददाताओं से कहा, ‘ईरान पूरे क्षेत्र को अस्थिर करता है। उन्होंने कतर का उल्लेख किए बिना कहा कि खाड़ी में एकता जरूरी है।