ईरान पर मुजव्वज़ा हमला योरोपी यूनीयन में इख़तिलाफ़ात की वजह

बरसल्ज़ 16 नवंबर । ( एजैंसीज़ ) योरपी ममालिक के वुज़राए ख़ारिजा ने ख़बरदार किया है कि अगर ईरान ने अपने जौहरी प्रोग्राम के मुतनाज़ा हिस्सों पर अमल दरआमद ना रोका तो इस पर दबाव् में इज़ाफ़ा किया जाएगा।

ताहम ईरान के ख़िलाफ़ फ़ौजी कार्रवाई की तजवीज़ पर यूरॊपी हुक्काम इख़तिलाफ़ात का शिकार हैं।ग़ैर मुल्की ख़बररसां इदारे के मुताबिक़ बरसल्ज़ में होने वाले योरपी यूनीयन के वुज़राए ख़ारिजा के इजलास से क़बल सहाफ़ीयों से गुफ़्तगु करते हुए बर्तानिया के वज़ीर-ए-ख़ारजा विलियम हेग ने वाज़िह किया किफ़िलहाल ईरान के ख़िलाफ़ फ़ौजी कार्रवाई ज़ेर-ए-ग़ौर नहीं ताहम उन का कहना था कि इस हवाले से तमाम मुम्किनात मेज़ पर रहने चाहियॆ ,हॉलैंडज़ के वज़ीर-ए-ख़ारजा अरी रो संथाल ने भी वाज़िह किया है कि ईरान के ख़िलाफ़ मुम्किना फ़ौजी कार्रवाई पर तबादला-ए-ख़्याल ख़ारिज अज़ इमकान नहीं है,इस के बरअक्स जर्मन वज़ीर-ए-ख़ारजा गीडो वीसटर वेले ने ईरान में फ़ौजी मुदाख़िलत के ऑपशन पर तबादला-ए-ख़्याल के इमकान को क़तई तौर पर रद्द करते हुए इस नौईयत की गुफ़्तगु को नुक़्सानदेह क़रार दिया है,इस से क़बल इतवार को अमरीका के सदर बराक ओबामा ने कहा था कि ईरान के ख़िलाफ़ इक़तिसादी पाबंदीयां वसीअ असर और इमकानात रखती हैं।

अमरीकी सदर का कहना था कि वो तहरान हुकूमत पर दबाव् बढ़ाने के लिए ऐसे मज़ीद इक़दामात पर चीन और रूस से मुशावरत करेंगे जिन के ज़रीये ईरान को शहरी मक़ासिद केलिए की जाने वाली जौहरी सरगर्मीयों की आड़ में जौहरी हथियार तैय्यार करने की कोशिशों से बाज़ रखा जा सकॆ।