ईरान पर हमला ना करने के तयक्कुन से अमरीका का इनकार

वाशिंगटन 5 दिसमबर (ए एफ़ ) वज़ीर दिफ़ा अमरीका लीवन पनेटा ने कहा कि अमरीकी फ़ौजी हमले के दौरान इस बात की ज़मानत नहीं दी जा सकती कि तेहरान के न्यूक्लीयर प्रोग्राम को निशाना नहीं बनाया जाएगा, सदर बारक ओबामा ने ईरान को जौहरी हथियारों केहुसूल से रोकने के लिए मुम्किना फ़ौजी कार्रवाई का इमकान मुस्तर्द नहीं किया है,जौहरी हथियारों से लैस ईरान मशरिक़-ए-वुसता की सयानत और तरक़्क़ी के लिए बहुत बड़ा ख़तरा है।

वाशिंगटन में ख़िताब करते हुए उन्हों ने कहा कि हमले के नतीजे में ईरान का जौहरी प्रोग्राम एक से दो साल तक के लिए मोख़र होसकता है लिहाज़ा ईरान के ख़िलाफ़ फ़ौजी कार्रवाई आख़िरी चारा होगी। उन्हों ने कहा कि जौहरी हथियारों से लैस ईरान मशरिक़-ए-वुसता की सलामती और तरक़्क़ी के लिए बहुत बड़ा ख़तरा है।

qलीवन पनेटा ने कहा कि अमरीका इसराईल के बाबत पुर अज़म है और वो ईरान को जौहरी हथियारों तक रसाई की इजाज़त नहीं देगा। उन्हों ने कहा कि सिर्फ इसराईल को ही मौरिद-ए-इल्ज़ाम टहरा कर उसे तन्हा करने के लिए बैन-उल-अक़वामी मुहिम नहीं चलाई जा सकती। अमरीकी वज़ीर-ए-दिफ़ा लीवन पनेटा ने इसराईल से इस्तिदा की कि वो मशरिक़-ए-वुस्ता में अपनी बढ़ती हुई तन्हाई को ख़तम करने के लिए इक़दामात करे।

उन्हों ने इसराईल से मुतालिबा किया कि वो फ़लस्तीन के साथ दुबारा अमन कोशिशों का आग़ाज़ करे। अमरीकी वज़ीर-ए-दिफ़ा के मुताबिक़ गुज़श्ता दो बरस के दौरान ख़ित्ते में इसराईल की तन्हाई में इज़ाफ़ा हुआ है जिस की वजह से मशरिक़-ए-वुसता में अमन मंसूबा तात्तुल का शिकार है। उन्हों ने कहा कि इसराईल को अरब दुनिया में होने वाली तबदीली की लहर पर तशवीश है जिस की वजह से अरब ममालिक में हुकूमतें तबदील हो चुकी हैं ताहम उन तबदीलीयों ने इसराईल को मौक़ा फ़राहम किया है कि वो ख़ित्ते में अपनी सयानत को बेहतर बनाए।

उन्हों ने इसराईल पर ज़ोर दिया कि वो ख़ित्ते में अमन क़ायम करने के लिए फ़लस्तीन के साथ अमन मुज़ाकरात बहाल करे।वाज़िह रहे कि मिस्र और उरदन ऐसे दो अरब ममालिक हैं जिन्हों ने इसराईल को तस्लीम किया है। दूसरी जानिब इसराईल मिस्र में होने वाले आम इंतिख़ाबात के अमल पर नज़र रखे हुए है जहां इस्लामी जमात ने पहले मरहले में उम्दा कारकर्दगी दिखाई है।