ईरान मिसाइल परीक्षण: ब्रिटेन और फ्रांस को झटका, संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में नहीं बना सहमति!

ब्रिटेन और फ़्रास ने सुरक्षा परिषद को एक पत्र लिखकर ईरान के मिसाइल परीक्षण के बारे में चर्चा की मांग की थी। इस बैठक के बाद संयुक्त राष्ट्र संघ में कुवैत के राजदूत मंसूर अलउतैबी ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि ईरान के बारे में जिस बैलिस्टिक मिसाइल के परीक्षण की बात की जा रही है उस पर सुरक्षा परिषद के सदस्य एकमत नहीं हैं।

संयुक्त राष्ट्र संघ में अमरीका की राजदूत निकी हेली ने बैठक में मांग की थी कि सुरक्षा परिषद ईरान के मिसाइल परीक्षण की निंदा करे। अमरीका के विदेश मंत्री माइक पोम्पेयो ने दावा किया था कि ईरान ने मीडियम रेंज के बैलिस्टिक मिसाइल का परीक्षण किया है जो परमाणु वारहेड ले जाने में सक्षम है।

पोम्पेयो ने कोई भी साक्ष्य पेश किए बग़ैर कहा कि यह परीक्षण सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव 2231 का उल्लंघन है। इस समय अमरीका और उसके घटक अर्थात फ़्रांस ब्रिटेन और जर्मनी एसे समय में ईरान के ख़िलाफ़ वातावरण बना रहे हैं कि जब यूरोपीय संघ के विदेश नीति विभाग की प्रवक्ता नबीला मसराली ने कहा था कि ईरान का मिसाइल परीक्षण परमाणु समझौते का उल्लंघन नहीं है।

ईरान के विदेश मंत्री मुहम्मद जवाद ज़रीफ़ ने भी पश्चिमी देशों के दावे के जवाब में अमरीकी विदेश मंत्री को संबोधित करते हुए कहा था कि वह अमरीका ईरान पर सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव के उल्लंघन का आरोप लगा रहा है जिसने ख़ुद खुले आम इस प्रस्ताव का उल्लंघन किया है।

जवाद ज़रीफ़ ने कहा कि पोम्पेयो से इसके अलावा किसी चीज़ की अपेक्षा भी नहीं है क्योंकि कुछ लोग हैं जिन्होंने परमाणु समझौता को समझा ही नहीं है और उन्हें यह पता ही नहीं है कि परमाणु समझौते का मिसाइल परीक्षणों से कोई संबंध नहीं है।

साभार- ‘parstoday.com’