ईरान में अपने इंतिहाई असरी ड्रोन तय्यारा से महरूम अमरीका को तशवीश

वाशिंगटन 6 दिसमबर (पी टी आई) अमरीका ने अंदेशा ज़ाहिर किया है कि ईरान में इस का एक इंतिहाई असरी ड्रोन तबाह होगया है जिस के साथ अमरीकी ओहदेदारों के इन ख़दशात में मज़ीद इज़ाफ़ा होगया है कि ईरान ने कड़ी नज़र रखने वाली असरी अमरीकी टैक्नालोजी तक जुज़वी रसाई हासिल करलिया है । तेहरान ने गुज़श्ता रोज़ दावा किया था कि मशरिक़ी ईरान में RQ-170 ड्रोन तय्यारा को मार गिराया गया है।

बगै़र पायलट के परवाज़ करने वाले ये जासूस तय्यारे अमरीकी फ़ौज में इंतिहाई हस्सास और आला टैक्नालोजी के हामिल समझे जाते हैं। न्यूयार्क टाइम्स ने कहा है कि RQ-170 ड्रोन को हाल ही में इस्तिमाल किया गया था जो फ़िज़ा-ए-में कई घंटों तक परवाज़ करसकते हैं और खु़फ़ीया ठिकानों का पता चलाने की सलाहीयत रखते हैं।

इस साल के अवाइल में पाकिस्तान के इलाक़ा ऐबट आबाद में अलक़ायदा लीडर उसामा बिन लादन के खु़फ़ीया ठिकाने का भी पता इन ही तय्यारों ने चलाया था और हमला करने में मदद भी की थी जबकि पाकिस्तानी दिफ़ाई इदारों और उन तय्यारों की परवाज़ का पता भी नहीं चल सका था लेकिन वाशिंगटन के कट्टर हरीफ़ तेहरान की जानिब से इस तय्यारा को मार गिराए जाने के बाद ऐसा मालूम होता है कि ये आला टैक्नालोजी ईरान की जुज़वी दस्तरस में है।

न्यूयार्क टाइम्स ने कहा कि गुज़श्ता कई माह से ये ग़ैर मुसद्दिक़ा इत्तिलाआत मौसूल होरही थी कि ईरान पर यही ड्रोन तय्यारा मुसलसल परवाज़ कर रहा है जो ग़ालिबन वहां न्यूक्लीयर और मीज़ाईल तैय्यार करने के खु़फ़ीया ठिकानों की तलाश में था। अमरीका के ज़ेर क़ियादत बैन-उल-अक़वामी सीकोरीटी तआवुन फ़ोर्स (आई एसए एफ़) ने अफ़्ग़ानिस्तान में जारी करदा एक ब्यान में कहा कि

ये ड्रोन जिस का ईरानियों की जानिब से हवाला दिया जा रहा है,ग़ालिबन अमरीका का बगै़र पायलट परवाज़ करने वाला छोटा जासूस तय्यारा होसकता है जो गुज़श्ता हफ़्ता मग़रिबी अफ़्ग़ानिस्तान में किसी मख़सूस मिशन पर परवाज़ कर रहा था ।