ईरान की पार्लीमान ने आलमी माहिरीन को फ़ौजी तंसीबात के मुआइने और हस्सास दस्तावेज़ात और साईंसदानों तक रसाई देने पर पाबंदी आइद करने से मुताल्लिक़ एक मुसव्वदा क़ानून मंज़ूर कर लिया है।
इतवार को पार्लीमान में होने वाली राय शुमारी के दौरान ऐवान में मौजूद 213 अरकान में से 199 ने बिल की हिमायत में वोट दिया। इस मौक़ा पर कई अरकान ने “मर्ग बर अमरीका” के नारे भी बुलंद किए।
अगर ये बिल क़ानून की शक्ल अख़्तियार कर गया तो ख़द्शा है कि इस के नतीजे में ईरान और छः आलमी ताक़तों के दरमयान जारी जौहरी मुज़ाकरात का अमल मुश्किलात से दो-चार हो सकता है जो अपने आख़िरी मराहिल में दाख़िल हो चुका है।