“ईसा मसीह (अ स) भी शरणार्थी थे” पादरी की ट्रम्प को चुनौती

वाशिंगटन: अमेरिका में एक पादरी ने रविवार को अपनी ट्विट में ईसा अलैहिस्सलाम को “शरणार्थी” करार देकर सोशल मीडिया पर एक नई बहस छेड़ दी है। पादरी Al Sharpton के ट्विटर पर फॉलोअर्स की संख्या लगभग 5 लाख 22 हज़ार है।

अल अरबिया डॉट नेट के अनुसार शारपटन ने अपनी ट्विट में लिखा है कि “आज चर्च का रुख करने से पहले आप लोग ईसा (अ स) पर परमेश्वर का धन्यवाद करते हैं जो शरणार्थी थे और उन्होंने मिस्र की ओर पलायन किया था”।

अमेरिकी नागरिक अधिकार आंदोलन के काले कार्यकर्ता और (Sunday Morning) नामक रेडियो कार्यक्रम के होस्ट शारपटन को आलोचना का शिकार बनाया गया, लेकिन उन्होंने बुधवार को एक वीडियो क्लिप जारी किया जिसमें खुद पर होने वाली आलोचना का जवाब दिया। उन्होंने कहा कि इस संबंध में लोगों की अलग राय हो सकती हैं लेकिन वास्तव में जो कुछ हुआ वह एक अलग मामला है।

शारपटन ने वीडियो में बाइबल की कुछ पंक्तियां भी पढ़ीं, जिनसे इस बात की पुष्टि होती है कि मसीह अलैहिस्सलाम ने बचपन में अत्याचार से बचने के लिए अपनी मां के साथ भाग कर मिस्र में शरण ली थी।

हालांकि शारपटन ने अपनी ट्विट से ट्रम्प की ओर कोई इशारा नहीं किया हालांकि ठीक दिखता है कि यह ट्रम्प के प्रवासियों को लेकर किए जाने वाले निर्णयों की प्रतिक्रिया है। विशेषकर जब यह उसी दिन आया जब ट्रम्प ने अपनी ट्विट में सात इस्लामी देशों के नागरिकों पर अमेरिका में प्रवेश पर प्रतिबंध लगाने के निर्णय का औचित्य साबित किया।

ट्रम्प का कहना था कि “मध्य पूर्व में ईसाइयों को अत्याचार का निशाना बनाया गया। ओबामा प्रशासन ने ईसाई शरणार्थियों के खाते में मुस्लिम शरणार्थियों को प्रवेश की सुविधा पेश कीं लेकिन उनकी प्रशासन अब यह अनुमति हरगिज़ नहीं देगी।”