नाटो स्पलाई की बहाली के ख़िलाफ़ दिफ़ा पाकिस्तान कौंसल के लॉंग मार्च के शुरका से ख़िताब करते हुए मौलाना समीअ उल-हक़ ने कहा है कि अगर हमें ईस्लामाबाद में दाख़िल होने से रोका गया तो ईस्लामाबाद को मिस्र का अलतहरीर चौक बना देंगे। हाफ़िज़ सईद कहते हैं कि माफ़ी का तो बहाना था हुकूमत नाटो स्पलाई खोलने को तैय्यार बैठी थी।
दिफ़ा पाकिस्तान कौंसल का लॉंग मार्च गुजरांवाला पहुंचा तो वहां बड़ी तादाद में लोगों ने इन का इस्तिक़बाल किया, शीरां वाला बाग़ गुजरांवाला में लॉंग मार्च के शुरका से ख़िताब करते हुए मर्कज़ी क़ाइद मौलाना समीअ उल-हक़ ने कहा कि मलिक को अमरीकी तसल्लुत(कबजा) से आज़ादी दिलाना चाहते हैं।
उन्हों ने कहा कि जब हुकमरानों से जान छुटेगी तो अमन-ओ-अमान भी होगा और बिजली भी मिलेगी। मौलाना समीअ उल-हक़ का कहना था कि रहमान मलिक ने कहा है कि ईस्लामाबाद की नाका बंदी कर दिया जाएगा, अगर लॉंग मार्च के शुरका को ईस्लामाबाद में दाख़िल होने से रोका गया तो ईस्लामाबाद को मिस्र का अलतहरीर चौक बनादेंगे।
जमात-ए-इस्लामी के अमीर मुनव्वर हस्न का कहना था कि दिफ़ा पाकिस्तान कौंसल एक साल से पाकिस्तान को दरपेश मसाइल का मुक़ाबला कर रही है। अमरीकी ने अपने किरदार से साबित कर दिया है कि वो सब से बड़ा दहश्तगर्द है।