उड़ीसा से आदिवासी लड़कियों तमिलनाडु हस्तांतरण की कोशिश नाकाम

उड़ीसा: उड़ीसा के जिले कंधामल बेला गरहा से तमिलनाडु को 4 आदिवासी लड़कियां सहित 2 नाबालिगों की ट्रैफिकिंग (बरदा वेश्यावृत्ति) के आरोप में 5 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस ने बताया कि इन लड़कियों को बरदा विक्रेताओं से कल उस समय बचा लिया गया जब वह बेला गाँठ बस स्टांड पर एक बस के इंतेजार में थे। इसके बाद लड़कियों को उनके घर भेज दिया गया।

सबडिविझनल‌ पुलिस अधिकारी श्री एस एन मरमो ने बताया कि बावसूक़ सुत्रो से सूचना मिलने पर जिले कारबांडी के रंजन बग केसाब साहू, भोजराज माझी, सुदामा नाग और मीनाकेश ब्यूरोक को तुरन्त कार्य‌वाई करते हुए गिरफ्तार कर लिया गया। उन्होंने बताया कि आरोपियों ने लड़कियों को एक मिल में नौकरी देने का झांसा दिया और तमिलनाडु में रहने के दौरान अच्छी मजदूरी और स्थापना की सुविधा का वादा किया था।

निदेशक बाल लाइन आर्गनाइज़ेशन (बेरहम पूर) सुधीर सबात ने यहां बरदा विक्रेता, दूरदराज गांवों के लोगों को निशाना बना रहे हैं। सरकारी प्रशासन को इस तरह की गतिविधियों पर निगरानी रखनी चाहिए क्योंकि स्कूलों गरमाई छुट्टियों में वे भोले-भाले ग्रामीणों को झांसा देने की कोशिश करते हैं। पिछले एक महीने में 34 नाबालिगों सहित 26 लड़कियों को रेलवे स्टेशन से बचा लिया गया जिन्हें विभिन्न राज्यों को स्थानांतरित करने के लिए यहां लाया गया था। इन बच्चों से खतरनाक स्वास्थ्य कारखानों में काम लेने की आम शिकायत है।