उडीसा हुकूमत की तरफ‌ से जुर्माना आंसू बहाने के मुतरादिफ़: बी जे पी

बी जे पी ने इल्ज़ाम लगाया है कि मादनियात के ताजिरों की तरफ‌ से ज़ाइद माल पैदा करने पर उडीसा हुकूमत ने 67 हज़ार 900 करोड़ का जो जुर्माना आइद किया है वो आंसू बहाने के मुतरादिफ़ है।

बी जे पी ने मुतालिबा किया कि रियास्ती हुकूमत उन कंपनीयों के माइनिंग लाईसैंस मंसूख़ करदे और उन की मशीनों को सोख़्त करते हुए सी बी आई तहक़ीक़ात करवाए।

बी जे पी रियास्ती सदर अशोक साबू ने इल्ज़ाम आइद किया कि हुकूमत अपनी साख बचाने के लिए बदउनवान माइनिंग कंपनीयों पर जुर्माने आइद कररही है।

उसकी ये कार्रवाई अवाम को गुमराह करने अश्क-ए-शोई के सिवा कुछ भी नहीं है। माइनिंग के ज़रीया गै़रक़ानूनी तौर पर अंधा धुंद माल पैदा किया गया। इस से रियास्ती वसाइल पर असर पड़ा है।

बी जे पी ने इल्ज़ाम लगाया है कि मादनियात के ताजिरों की तरफ‌ से ज़ाइद माल पैदा करने पर उडीसा हुकूमत ने 67 हज़ार 900 करोड़ का जो जुर्माना आइद किया है वो आंसू बहाने के मुतरादिफ़ है।

बी जे पी ने मुतालिबा किया कि रियास्ती हुकूमत उन कंपनीयों के माइनिंग लाईसैंस मंसूख़ करदे और उन की मशीनों को सोख़्त करते हुए सी बी आई तहक़ीक़ात करवाए।

बी जे पी रियास्ती सदर अशोक साबू ने इल्ज़ाम आइद किया कि हुकूमत अपनी साख बचाने के लिए बदउनवान माइनिंग कंपनीयों पर जुर्माने आइद कररही है।

उसकी ये कार्रवाई अवाम को गुमराह करने अश्क-ए-शोई के सिवा कुछ भी नहीं है। माइनिंग के ज़रीया गै़रक़ानूनी तौर पर अंधा धुंद माल पैदा किया गया। इस से रियास्ती वसाइल पर असर पड़ा है।

उडीसा में बी जे डी हुकूमत ने एतराफ़ किया है कि माइनिंग में बाअज़ बदउनवानीयाँ हुई हैं। हक़ीक़त तो ये है कि रियास्ती हुकूमत पिछ्ले 10 साल से इस मसले पर ख़ामोश तमाशाई बनी रही और इस ने गै़रक़ानूनी माइनिंग सरगर्मीयों को रोकने की संजीदा कोशिश नहीं की। में बी जे डी हुकूमत ने एतराफ़ किया है कि माइनिंग में बाअज़ बदउनवानीयाँ हुई हैं। हक़ीक़त तो ये है कि रियास्ती हुकूमत पिछ्ले 10 साल से इस मसले पर ख़ामोश तमाशाई बनी रही और इस ने गै़रक़ानूनी माइनिंग सरगर्मीयों को रोकने की संजीदा कोशिश नहीं की।