यू पी ए की जानिब से अलहदा तेलंगाना रियासत की तशकील से इत्तेफ़ाक़ करने के बाद साबिक़ चीफ़ मिनिस्टर उत्तरप्रदेश मायावती ने आज उत्तरप्रदेश को चार छोटी रियास्तों में तक़सीम करने के अपने मुतालिबे और गोरखालैंड और विदुरभा रियास्तें तशकील देने के अपने मुतालिबे का अहया किया।
बी एस पी की सरबराह ने एक प्रैस कान्फ़्रैंस से ख़िताब करते हुए कहा कि बी एस पी हमेशा से छोटी रियास्तों की ताईद में रही है। इस ने 23 नवंबर 2011 को रियास्ती असेम्बली में एक क़रारदाद पेश की थी जबकि वो मख़लूत हुकूमत की सरबराह की कि उत्तरप्रदेश में चार रियास्तों में तक़सीम कर दिया जाये ताकि हुक्मरानी और इंतेज़ामीया बेहतर होसके।
ये क़रारदाद मंज़ूर भी करली गई थी लेकिन बदबख़ती से मर्कज़ी हुकूमत ने इस मसले को ज़ेर-ए-इलतिवा रखा है जबकि तेलंगाना का ख़ाब हक़ीक़त बन चुका है। बी एस पी मुतालिबा करती है की एक ज़बान एक रियासत का वसूल और बड़ी रियास्तें तशकील देने का तरीका-ए-कार तर्क कर दिया जाये।
यू पी को चार रियास्तों में तक़सीम करने के अलावा गोरखालैंड और विदुर भा रियास्तें भी तशकील दी जाएं। मग़रिबी बंगाल में अलहदा गोरखालैंड और महाराष्ट्रा से अलहदा विदुर भा रियासत के मुतालिबे किए जा रहे हैं। गोहाटी और डीफ़ो से मौसूला इत्तेलाआत के बमूजब आज आसाम में अलहदा रियासत कर्बी या गलाइंग की ताईद में तशद्दुद फूट पड़ा।
एक कांग्रेस के रुकन पार्लीयामेंट और एक रुकन असेम्बली पर हमले किए गए जिसकी वजह से हमला आवरों को मुंतशिर करने पुलिस को हवाई फायरिंग करनी पड़ी। तेलंगाना के तरीक़े पर अमल करते हुए आसाम को तक़सीम करके अलहदा रियासत कर्बी या गलाइंग क़ायम करने का मुतालिबा करते हुए कई एहतेजाजियों ने जिन का ताल्लुक़ कई तंज़ीमों से था, डीफ़ो में आंगलांग ख़ुद इख़तियार कौंसल का घीराव किया और इसका अहम बाब अलद अखिला मुक़फ़्फ़ल कर दिया।
उन्होंने कांग्रेस रुकन पार्लीयामेंट बैरंग सिंह अनगटी और रुकन असेम्बली बैद्य सिंह अंगलंग, चीफ़ एगज़ीकीटीव रुकन कौंसल जय राम अंगलंग और एक रुकन आमिला तली राम रोंग हांग के मकानों पर संगबारी की जिस से उन अफ़राद की जायदादों को नुक़्सान पहुंचा।
पुलिस एहतेजाजियों को मुंतशिर करने हवाई फायरिंग करने पर मजबूर होगई। ताहम किसी के ज़ख़मी होने की कोई इत्तिला नहीं है। दार्जिलिंग से मौसूला इत्तेला के बमूजब अलहदा गोरखालैंड रियासत तशकील देने के मुतालिबे पर दार्जिलिंग हिल्ज़ में मामूलात-ए-ज़िंदगी मफ़लूज होगए। इस मुतालिबे का तेलंगाना रियासत की तशकील से इत्तेफ़ाक़ के बाद अहया किया गया है।
गोरखा जन मुक्ती मोरचा के मालना तीन रोज़ा बंद का तीसरा और आख़िरी दिन था। दुकानें और बाज़ार, सरकारी और ख़ानगी तालीमी इदारे, सरकारी और ख़ानगी दफ़ातिर और बैंक बंद रहे। ताहम जी जय ऐम ने सड़कों पर गाड़ियां चलने की इजाज़त दी थी जिसकी वजह से सड़कों पर ट्रैफ़िक नज़र आरही थी। कस्बों और दार्जिलिंग हिलज़ में आई आर भी और आर ए एफ़ के अरकान अमला तिल्ला ये गर्दी कररहे थे। बंद के अलावा ज़बरदस्त बारिश से भी ज़िंदगी मुअत्तल होगई थी।