देहरादून 29 जून: उत्तराखंड तबाही के तेराह रोज़ बाद बचाव कारकुनान आज अपने ज़बरदस्त मिशन के खत्म के क़रीब पहुंच गए जैसा कि हर्शेल सेक्टर का मुकम्मल तौर पर निकल लिया गया और उन्होंने बद्रीनाथ में क़तई कोशिश में जुटे हैं जहां लग भग 1,400 अभी फंसे हुए हैं।
15 जून को इस पहाड़ी रियासत में बेतहाशा बारिश के बाद पेश आए सैलाब और ज़मीनी तूदे खिसकने के वाक़ियात में अब भी 3,000 लोग लापता बताए जाते हैं।
चुनांचे दौरा कनुंदा फ़ौजी सरबराह जनरल बिक्रम सिंह ने दिलासा दिया कि उनके दस्ते और आई ए एफ़ के जवान अपने ऑपरेशंस फंसे हुए आख़िरी शख़्स को बचाने तक जारी रहेंगे।
जनरल सिंह ने गावचर में अपने ऑफीसरज़ और फ़ौजीयों के साथ राबते के बाद अख़बारी नुमाइंदों को बताया कि हमारी कोशिश अपने तमाम शहरीयों को ढूंढना, चाहे वो जहां कहीं हूँ ,और उन्हें बचा कर निकालना है।
मर्कज़ी वज़ीर-ए-दाख़िला सुशील कुमार शिंदे ने जो इस रियासत में तबाही के बाद से दूसरी मर्तबा देहरादून के दौरे पर थे, कहा कि मलबे में हनूज़ फंसे और लापता लोगों को ढ़ूढ़ने के लिए जारी कई एजेंसीयों के ऑपरेशंस में भरपूर कोशिशें की जाऐंगे।
एस शशी धर रेड्डी, वाइस चैरमैन, नेशनल डीज़ासटर मैनेजमेंट अथार्टी ने कहा कि अभी तक 1,04,095 अफ़राद को बचालय गया हैं।