मलबा और दीगर मुक़ामात से नाशें बरामद करने और आख़िरी रसूमात की कार्यवाहीयां भी जारी
दहरादून 1 जुलाई ( पी टी आई ) उत्तराखंड के चंद इलाक़ों और बद्रिनाथ में फंसे हुए तक़रीबन 900 अफ़राद के तख़लिया की लम्हा आख़िर की कोशिशें जारी हैं ।
इस के अलावा ओहदेदार टनों वज़नी मलबा के नीचे केदार घाटी और दीगर मुक़ामात से नाशें बरामद करने की जद्द-ओ-जहद कररहे हैं ताकि उनकी आख़िरी रसूमात अदा की जा सके । कई मुक़ामात बिशमोल दहरादून नाख़ुशगवार मौसम के बावजूद आज सुबह ज़िला चमोली में हैलीकाप्टरस ने तक़रीबन 300 यात्रियों और 600 मुक़ामी शहरीयों को बद्रीनाथ मंदिर से तख़लिया करवाकर जोशीमठ मुंतक़िल करने की कोशिश की ।
उन्हें बुलंद मुक़ाम से काफ़ी कम बुलंद मुक़ाम पर मुंतक़िल कर दिया गया । ताज़ा तरीन सरकारी आदाद-ओ-शुमार के बमूजब इस सानिहा के बाद तक़रीबन 3000 अफ़राद लापता होजाने की इत्तिला मिली है ।
मुताल्लिक़ा रियास्तों के चीफ़ सैक्रेटरीज़ को हिदायत दी गई है कि वो फ़हरिस्त की जांच करें और अंदरून एक माह इत्तिला दें कि क्या कुछ अफ़राद लापता हैं । इस के बाद उन्हें मुर्दा क़रार दे दिया जाएगा । आफ़ात समावी के 16 वीं दिन सिर्फ़ 36 नाशों की आख़िरी रसूमात अदा की जा सकी ।
सेलाब से मुतास्सिरा केदार नाथ मंदिर के इलाक़ा में इन चिताएं फूंक दी गई ।जबकि गुज़िशता दो दिन से आख़िरी रसूमात अदा करने का कोई वाक़िया पेश नहीं आया । रियास्ती हुकूमत ने 200 रुकनी टीम जो तिब्बी माहिरीन ,तर्बीयत याफ़ता मुलाज़मीन पुलिस और मजलिस बलदिया के इमदादी अरकान अमला पर मुश्तमिल है वादी को रवाना करदी है ताकि नाशें बरामद करने और उनकी आख़िरी रसूमात अंजाम देने की मुश्किल मुहिम सर करसकें ।
तिब्बी माहिरीन में से चंद अफ़राद को केदार नाथ भेजा गया है ताकि वो नाशों के डी एन ए हासिल करसके लेकिन वो बीमार होगए और वापिस आने पर मजबूर होगए । पूरे इलाक़े में नाशें बिखरी पड़ी हैं । फ़िज़ा-ए-बदबू से बोझल है इस लिए मलबा की सफ़ाई का काम मुसलसल ज़्यादा देर तक जारी नहीं रखा जा सकता । बार बार बारिश एक और रुकावट है ।