उत्तर प्रदेश अब जराइम प्रदेश से मौसूम

लखनऊ, 04 जनवरी ( सियासत न्यूज़) साल नौ का आग़ाज़ होते ही हुक्मराँ समाजवादी पार्टी और हिज़्ब-ए-मुखालिफ़ बहुजन समाज पार्टी के दरमियान एक मर्तबा फिर तकरार शुरू हो गई है । साबिक़ वज़ीर-ए-आला बी एस पी सुप्रीमो ने कहा कि जब से उत्तर प्रदेश में अखिलेश यादव की हुकूमत आई है तब से रियासत में अमन-ओ-क़ानून की हालत बद से बदतर होती जा रही है और फ़िलवक़्त यू पी की ऐसी सूरत-ए-हाल है कि इस रियासत को लोग क्राईम प्रदेश जराइम प्रदेश कहने लगे हैं ।

उन्होंने कहा कि कन्या विद्या दामिनी स्कीम फ़लाही स्कीम हर एक में बदउनवानीयाँ बेईमानीयाँ हो रही हैं । मायावती ने कहा कि अखिलेश यादव की वज़ारती कौंसल के बेशतर अरकान का मुजरिमाना रिकार्ड है और उन पर संगीन नौईयत के मुक़द्दमात चल रहे हैं ।

मायावती ने कहा कि रियास्ती हुकूमत पर से अवाम का एतेमाद तेज़ी से उठता जा रहा है और अखिलेश यादव हुकूमत तमाम महाज़ों पर अभी तक नाकाम साबित हुई है । मायावती की अखिलेश यादव हुकूमत पर नुक्ता चीनी की स्याही ख़ुश्क नहीं होने पाई थी कि अखिलेश यादव की वज़ारती कौंसल के सीनीयर रुकन शीवपाल यादव ने मायावती के इन तमाम इल्ज़ामात को मुस्तर्द करते हुए कहा कि अखिलेश यादव की वज़ारती कौंसल में कोई भी ऐसा वज़ीर नहीं है जिस के ख़िलाफ़ फ़ौजदारी का कोई मुक़द्दमा चल रहा हो ।

उन्होंने कहा कि रियासत में अमन-ओ-चैन है और अखिलेश यादव की हुकूमत अवाम को एक साफ़ सुथरी हुकूमत दे रही है जिसका एहसास रियासत के अवाम को अज़ ख़ुद हो रहा है । उन्होंने कहा कि साबिक़ मायावती दौर-ए-हकूमत में साबिक़ वुज़रा ने जितनी बदउनवानीयाँ बेईमानीयाँ की हैं उसकी जांच की जा रही है और बदउनवानी और बेईमानी करने वाले किसी भी शख़्स चाहे वो सयासी ऐतबार से कितना भी भारी भरकम क्यों ना हो बख्शा नहीं जाएगा और जो साबिक़ वुज़रा अपनी गिरफ़्तारी से बचने की ख़ातिर रुपोश हो गए हैं उनको जल्द ही पकड़ लिया जाएगा ।

उन्हों ने कहा कि उन्हें तो ख़तरा है कि कहीं ख़ुद मायावती फ़रार ना हो जाएं।