उत्तर प्रदेश के गवर्नर बी एल जोशी ने आज अपोज़ीशन के ज़ोरदार हंगामे के दरमयान असेंबली में कहा कि गुज़श्ता ( पीछले) पाँच बरसों ( सालो) में अवाम ( जनता) रियास्ती ( राज्यकीय) हुकूमत के आम तआवुन (सहयोग/ मदद) के रवैय्ये से परेशान थे।
मिस्टर जोशी असेंबली के दोनों ऐवानों (परिषदों) के मुशतर्का इजलास ( सभा) को ख़िताब ( संबोधन) कर रहे थे।गवर्नर के असेंबली में दाख़िल होते ही अपोज़ीशन बहुजन समाज पार्टी (बी एस पी) के अराकीन ( कार्यकर्ता) ने अपनी अपनी जेबों से नीले रंग की टोपी निकाली, जिस पर हुकूमत मुख़ालिफ़ ( विरोधी) नारे लिखे थे, बी एस पी के अराकीन ( कार्यकर्ताओं) ने गवर्नर वापस जाओ के नारे लगाने शुरू कर दिए।
बी एस पी के साथ साथ भारतीय जनता पार्टी (बी जे पी) कांग्रेस और राष्ट्रीय लोक दल (आर एल डी) के अराकीन (कार्यकर्ता) भी खड़े होकर क़ानून और इंतिज़ाम की ख़राब सूरत-ए-हाल और गेहूं की ख़रीदारी में बड़े पैमाने पर हुए घोटाले का इल्ज़ाम लगाने लगे।