उत्तर प्रदेश में अब मुर्दे भी लड़ेंगे चुनाव! बनाई मृतक संघ नाम की पार्टी

आजमगढ़। आगामी यूपी विधानसभा चुनावों में मृतक भी चुनाव लड़ेंगे। दरअसल भ्रष्टाचार के कारण सरकारी फाइलों में मृत मान लिए गए जिंदा लोग चुनाव लड़ने की तैयारी में हैं। आजमगढ़ के स्थानीय अखबार की रिपोर्ट के मुताबिक, ऐसे  लोगों ने बाकायदा इसके लिए एक पार्टी का भी बनाई है, जिसका नाम मृतक संघ रखा गया है।

 

आजमगढ़ के रहने वाले लालबिहारी मृतक इस संगठन के अध्यक्ष हैं। लाल बिहारी ने घोषणा करते हुए शुक्रवार को बताया कि उनकी पार्टी सभी विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ेगी। उन्होंने कहा कि सभी सीटों से मृत घोषित किए गए उम्मीदवार उतारे जाएंगे। फिलहाल सीटवार नामों के चयन की प्रक्रिया अंतिम दौर में है।

मृतक संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालबिहारी मृतक ने कहा कि सरकारी व्यवस्थाओं के भ्रष्टाचार और कर्मचारियों की रिश्वतखोरी के कारण खसरा-खतौनियों में जीते जी मृत घोषित किए गए लोग उनकी पार्टी के उम्मीदवार होंगे, जो शासन में फैले भ्रष्टाचार का भंडाफोड़ करेंगे।

आमतौर पर जमीन, मकान हड़पने के लालच में कई लोग सरकारी फाइलों में जीते जी मृत घोषित करा दिए जाते हैं। जिला राजस्व अभिलेखागारों के बंडलों में बंद कर कानूनी न्यायिक प्रक्रिया के मकड़ज़ाल में वर्षों वर्ष फंसा दिये जाते हैं। आंकड़ो के अनुसार, सन 1976 से लगभग 40 वर्षो में हजारों लोग सरकारी अभिलेखों में जीते जी मृत दर्ज हैं। मृतक संघ के अध्यक्ष ने बताया कि उनकी पार्टी ऐसे लोगों को न्याय दिलाने के लिए संघर्ष करेगी

लाल बिहारी ने बताया कि सभी जिलों के ऐसे जीवित मृतक और धोखाधड़ी से पीड़ित लोग, बच्चों के भविष्य के लिए मानसिक मुर्दो के विरूद्ध चुनाव लडऩे के लिए तैयार हैं।