उत्तर प्रदेश में गौमांस मुद्दे पर पर सांप्रदायिक तनाव बढ़ा रहे हैं भाजपा और हिन्दुत्ववादी तत्व : माकपा

नई दिल्ली: माकपा ने बुधवार को आरोप लगाया है कि भाजपा और “हिंदुत्ववादी तत्व” उत्तर प्रदेश में एक तथाकथित गोमांस मुद्दे पर सांप्रदायिक तनाव बढ़ाने की कोशिश कर रहे हैं |

सितंबर 2015 में उत्तर प्रदेश के दादरी में “मोहम्मद अखलाक की हत्या और उनके परिवार पर हुए हमले को गोमांस मुद्दे में बदला जा रहा है |

कम्युनिस्ट पार्टी आफ़ इण्डिया मार्कसिस्ट ने अपने बयान में कहा कि मथुरा फोरेंसिक लैब की कथित रिपोर्ट (रिपोर्ट में जिस मांस के टुकड़े को गौमांस बताया गया है वह अखलाक़ के घर का नहीं था) आने के बाद गाँव के लोगों ने एक बैठक कर अख़लाक़ के परिवार के सदस्यों के ख़िलाफ़ मामला दर्ज करने की मांग करते हुए 20 दिन के अंदर कार्यवाई करने का अल्टीमेटम दिया है साथ ही कहा है कि अगर प्रशासन ऐसा करने में नाकाम रहा तो जनता के गुस्से को और बढ़ावा मिलेगा |

उन्होंने कहा कि  ‘मोदी सरकार में मंत्री संजीव बालियान जिनका नाम मुज़फ्फरनगर दंगों में भी शामिल था, ने एक भड़काऊ बयान देते हुए अखलाक के परिवार के सदस्यों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की करते हुए कहा कि अखलाक के परिवार के सदस्यों अलावा बाकी जिन लोगों ने इसका सेवन किया है उसका भी पता लगाया जाए |

 

माकपा ने अपने बयान में कहा कि अगले साल विधानसभा चुनाव से पहले उत्तर प्रदेश में सांप्रदायिक ध्रुवीकरण पैदा करने के लिए भाजपा की व्यापक रणनीति के तहत ये सब सांप्रदायिक तनाव भड़काने के इरादे से किया जा रहा है |
माकपा ने उत्तर प्रदेश प्रशासन से आग्रह किया कि सांप्रदायिक घृणा फैलाने के आरोप में बालियान और दूसरे लोगों के ख़िलाफ़ मामला दर्ज किया जाए और अखलाक की हत्या के मामले में के सभी आरोपियों के साथ कोई ढिलाई नहीं बरती जानी चाहिए |