आम आदमी पार्टी ने यह साफ़ कर दिया है कि वह इस विधानसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश में अपने उम्मीदवार नहीं उतारेगी। लेकिन पार्टी ने इस तरफ भी संकेत किया है कि विधानसभा चुनावों में अपनी अपमी मौजूदगी ज़रूर दर्ज करेगी।
भारतीय जनता पार्टी के साथ अपनी लड़ाई को आगे बढ़ाते हुए आम आदमी पार्टी ने फैसला किया है कि वह उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों में भगवा पार्टी के खिलाफ ‘सक्रिय प्रचार’ करेगी।
आम आदमी पार्टी के प्रवक्ता वैभव माहेश्वरी ने कहा कि पंजाब और गोवा में चुनाव प्रकिया पूरे होने के बाद, पार्टी के सभी नेता उत्तर प्रदेश में भाजपा को बेनकाब करने पर ध्यान देंगे। उन्होंने कहा कि भाजपा ने देश को धोखा दिया और वह राष्ट्रीय राजनीति की सबसे बड़ी खलनायक पार्टी है। पार्टी पंजाब और गोवा में चुनाव लड़ रही है।
उन्होंने कहा कि वरिष्ठ आम आदमी पार्टी नेताओं के कार्यक्रम जल्द ही तय किए जाएंगे मगर वे सभी केंद्र की सत्ताधारी पार्टी के खिलाफ प्रचार करेंगे ताकि लोगों के सामने बीजेपी का असली चेहरा लाया जा सके और बताया जाए कि क्या होगा अगर राज्य में उन्हें चुना गया।
भाजपा के खिलाफ प्रचार में आम आदमी पार्टी का मुख्य मुद्दा नोटबंदी रहेगा। भाजपा इसी को मुख्य मुद्दा बना कर चुनाव लड़ रही है और आप आदमी पार्टी इसका प्रचार घोटाले के रूप में कर के भाजपा की पोल खोलने का दावा कर रही है।