उत्तर प्रदेश में ट्रेन के 7 डिब्बे पटरी से उतर गए

हावड़ा- देहरादून एक्सप्रेस के 7 डिब्बे पटरी से उतर गए, जिसके नतीजा में 5 अफ़राद हलाक और 50 ज़ख्मी हो गए। ये हादिसा मोहरावा स्टेशन के क़रीब पेश आया। ट्रेन के 5 स्लीपर और 2 जनरल कोच्स पटरी से उतर गए।

सुप्रीटेंडेंट पुलिस जौनपूर आकाश कुलहरि ने बताया कि इस हादिसा में 5 मुसाफ़िरैन हलाक और 50 ज़ख्मी हुए है। उन्होंने कहा कि नॉर्दन रेलवे के लखनऊ डीवीजन के तहत मोहरावा स्टेशन के क़रीब 1.13 बजे दिन ये हादिसा पेश आया, जिसमें ट्रेन के 7 डिब्बे पटरी से उतर गए।

दिल्ली से वज़ारत रेलवे के तर्जुमान अनील सक्सेना ने बताया कि 4 कोच्स को बहुत ज़्यादा नुक़्सान पहुंचा जबकि 3 कोच्स पटरी से उतर गए। इसके असर से दीगर ( दूसरे) 4 कोच्स भी पटरी से हट गए थे। उन्होंने बताया कि इंजन के बाद ग्यारहवीं नंबर से लेकर 17 वें नंबर तक के डिब्बे से पटरी से उतर गए।

ये हादिसा जिस इलाक़ा में पेश आया वहां सड़क की सहूलयात मौजूद नहीं है। लखनऊ और वाराणसी से राहत कारी अशीया यहां मुंतक़िल की जा रही है। ए डी जी रेलवे गुरदर्शन सिंह ने बताया कि ज़िला मजिस्ट्रेट को हिदायत दी गई है कि फ़ौरी तिब्बी ख़िदमात की फ़राहमी यक़ीनी बनायें।

इसके इलावा क़रीबी हास्पिटल्स को भी हादिसा की इत्तिला ( खबर) देते हुए कहा गया है कि वो मुतास्सिरीन (घायलों) को फ़ौरी शरीक करते हुए उन की मरहम पट्टी करे। उन्होंने बताया कि पानी के टैंकर्स और ख़ुराक भी यहां लाई जा रही है ताकि ठहरे हुए मुतास्सिरीन (पीड़ीतों/घायलो) को ग़िज़ा और पानी ( खान पान) फ़राहम किए जा सकें।

प्रिंसिपल सेक्रेटरी (दाख़िला) आर एम श्रीवास्तव ने उत्तर प्रदेश रोडवेज़ को हिदायत दी है कि हादिसा के मुक़ाम ( जगह/ स्थान)तक ख़ुसूसी बसों का इंतेज़ाम करे ताकि वहां मौजूद मुसाफ़िरैन ( यात्रीयों) को मुंतक़िल किया जा सके। रेलवे बोर्ड के रुकन ए पी मिश्रा ने हादिसा की वजूहात ( कारण) के बारे में पूछे जाने पर कहा कि अभी तक इस का पता नहीं चल सका है।

उन्हों ने बताया कि ज़्यादा गर्मी की वजह से मुम्किन है पटरी वुसअत इख़तियार कर गई या फिर किसी शरपसंद ( कलह प्रिय/ बदमाशों) ने इस तरह की कार्रवाई की है।