उत्तर प्रदेश में विरोधी गुस्से में हैं, उनकी जमीन खिसक चुकी है- राहुल गांधी

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रदेश विधानसभा चुनाव में विपक्षियों के हमलों को उनकी हताशा का नतीजा करार देते हुए आज कहा कि विरोधियों के हाव-भाव और गुस्सा यह बता रहा है कि उनकी जमीन खिसक चुकी है।

अखिलेश और राहुल ने यहां संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस में अपने गठबंधन के प्रगति के 10 कदम प्रतिब हैं हम संकल्प पत्र का विमोचन करने के बाद संवाददाताओं से बातचीत में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी तथा बसपा मुखिया मायावती द्वारा उन पर व्यक्तिगत छींटाकशी किये जाने पर कहा कि चुनाव एक लोकतांत्रिक प्रक्रिया है। इसमें ज्यादा भावनात्मक या गुस्सा होने की जरूरत नहीं है। यह कहीं ना कहीं बता रहा है कि उनकी जमीन खिसक गयी है।

राहुल और अखिलेश ने कहा कि प्रगति के 10 कदम प्रतिब हैं हम संकल्पपत्र को हम दोनों ने मिलकर बनाया है। कांग्रेस और सपा की सरकार बनने पर इन 10 फैसलों पर प्राथमिकता के साथ काम किया जाएगा।

इसमें फ्री स्मार्ट फोन, 20 लाख युवाओं को कौशल प्रशिक्षण, किसानों को फसली राहत, सस्ती बिजली, एक करोड़ गरीब परिवारों को एक हजार रुपये मासिक पेंशन, शहरी गरीबों को एक वक्त निशुल्क भोजन, दलित एवं पिड़े वर्ग के 10 लाख लोगों को निशुल्क आवास, तेज और असरदार कार्रवाई के लिये पुलिस का आधुनिकीकरण इत्यादि कार्य शामिल हैं।

राहुल ने एक सवाल पर कहा कि मोदी ने हर साल दो करोड़ लोगों को रोजगार देने की बात कही थी। पिछले साल एक लाख युवाओं को रोजगार दिया। इस साल बेरोजगारी बढ़ी यानी बात बराबर हो गयी। इस तरह उनका वादा एक प्रतिशत भी पूरा नहीं हुआ। मोदी सुरक्षा और आतंकवाद की बात करते हैं। सर्जिकल स्टाइक का नतीजा यह हुआ कि सात साल में पहली बार कम से कम 90 सुरक्षाकर्मियों को शहादत देनी पड़ी।

राहुल ने आज जारी संकल्पपत्र के बारे में कहा,हम चाहते हैं कि यूपी में युवाओं की सरकार आये। विजन की सरकार आये। बाकी पार्टियां नींव की बात नहीं कर रही है। हमने ये दो 10 बिंदु रखे हैं, यह यूपी के विकास की नींव बन सकती है। हमारी कोशिश होगी कि यूपी में सबकी सरकार बने और हर व्यक्ति को लगे कि यह सरकार मेरी है। हम किसानों की मदद करेंगे, युवाओं को रोजगार देंगे।

सपा-कांग्रेस गठबंधन भविष्य में भी बरकरार रहेगा, इस सवाल पर राहुल ने कहा कि यह साझा विजन का भी गठबंधन है। हम सिर्फ यूपी में सत्ता हासिल करने नहीं आये, बल्कि यूपी को बदलने भी आयें। पिले पांच साल में यह मूलभूत रूप से बदला है। मेरे के लिये यह एक साझा विचारों की साझीदारी है।