एटा: पुलिस के मुताबिक़ एटा के अलीगंज इलाके में जहरीली शराब का सेवन करने से नौ लोगों की मृत्यु हो गयी जिसकी वजह से तीन कर्मचारियों सहित पांच सरकारी कर्मचारियों को निलंबित कर दिया गया है|
स्थानीय लोगों ने दावा किया कि ज़हरीली शराब पीने के बाद 12 व्यक्ति बीमार हो गये जबकि अन्य छह व्यक्तियों की आँखों की रौशनी चली गयी |
लुहारी दरवाजा से सटे हुए लौखेरा गांव में कल देर शाम कई लोगों ने शराब का सेवन किया जिसकी वजह से नेत्रपाल (35), रमेश शाक्य (36), सर्वेश (25), अतीक (31) और राम Autar की मौत हो गयी |
चरण सिंह, सोबरन सिंह (60) और चीनी (30) का जिला अस्पताल में निधन हो गया, जबकि दोपहर में विपिन (40) की आगरा मेडिकल कॉलेज में मौत हो गई। डीआईजी (रेंज) गोविंद अग्रवाल ने मौतों की पुष्टि की है।
एएसपी (एडिशनल पुलिस सुपरिटेंडेंट ) विसर्जन सिंह यादव ने कहा कि बीमार व्यक्तियों की संख्या की जांच की जा रही है|
इस बीच, उत्तेजित स्थानीय लोगों के एक समूह ने अतीक और रमेश के शव को सड़क पर रखकर एटा-फर्रुखाबाद रूट जाम कर दिया ।
जिलाधिकारी अजय यादव ने कहा कि प्रत्येक मृतक के परिजनों को दो लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने के साथ शराब माफिया के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
एसएसपी अजय शंकर राय ने कहा कि मुख्य आरोपी श्रीपाल के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है।लखनऊ में मुख्य सचिव दीपक सिंघल घटना के बारे में मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को अवगत कराया है ।
उन्होंने प्रमुख सचिव (आबकारी) और प्रमुख सचिव (गृह) को ड्यूटी में लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों के ख़िलाफ़ कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं ।
सिंघल ने घटनास्थल पर पहुंचकर वरिष्ठ अधिकारियों को बीमार लोगों के लिए समुचित इलाज सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है |
प्रधान सचिव (आबकारी) किशन सिंह अटोरिया ने बताया कि घटना को गंभीरता से लेते हुए जिला आबकारी अधिकारी, आबकारी निरीक्षक और एक आबकारी कर्मियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है।
प्रमुख सचिव (गृह) देवाशीष पांडा ने कहा कि सर्किल अधिकारी अलीगंज आसाराम अहिरवार और स्टेशन हाउस अधिकारी मुकेश कुमार को ड्यूटी में लापरवाही बरतने के आरोप में निलंबित कर दिया गया है।साथ ही अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि भविष्य में इस तरह की घटनाएँ न हों |