उद्धव और राज के भरत मिलाप में मोदी का नहीं होगा कोई रोल‌, मुंडे ने बताया अफवाह

मुंबई।[सीयासत न्युज ब्युरो] शिवसेना के प्रमुख उद्धव ठाकरे और‌ मनसे अध्यक्ष राज ठाकरे के भरत मिलाप में गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी कोई अहम रोल अदा नहीं करेंगे। यह वजाहत‌ लोकसभा में बीजेपी के उपनेता गोपीनाथ मुंडे ने कि है। मुंडे ने दोनों भाइयों के मेलमिलाप में मोदी की सालीसी के ईम्कानात‌ को अफवाह करार दिया।
ये अफवाहे चल रही थी कि उद्धव और‌ राज को करीब लाने के लिए मोदी पहल करेंगे। मुंडे के मुताबिक मोदी के पास इलेकशन‌ में जीत हासिल करने के कई दुसरे ब‌डे बडे आइडिया हैं। वह ईलेकशन के मामले में बडे हि माहिर हैं।

मुंडे ने कहा कि मनसे भरोसा और एतीमाद खोती जा रही है। एक साख खोती पार्टी पर विचार कैसे हो सकता है।
हालांकि मुंडे ने माना कि शुरुआत में मनसे से लोकसभा व विधानसभा ईलेक्शन‌ में बीजेपी-शिवसेना इत्तेहाद‌ को नुकसान हुआ था। पब्लीक‌ को लगा था कि मनसे कुछ चमत्कार करेगी। लेकिन अब मनसे लोकसभा, विधानसभा से लेकर मकामी ईलेक्शन‌ लड़ चुकी है। पब्लीक‌ समझ गई है कि मनसे को वोट देने पर वोटों कि तकसीम‌ होगी जिससे राज्य में सरकार कि तब्दीली के ईम्कान नहीं है।
जो वोटर सरकार कि तबदीली चाहता है, वह मनसे को वोट देने के बजाए शिवशक्ति-भीमशक्ति इत्तेहाद‌ को वोट करेगा। मुंडे ने कहा कि पांच फीसद‌ वोट बैंक की कमी आरपीआई और शेकाप से पूरी हो जाएगी। मुंडे के मुताबिक मनसे हो या कांग्रेस-राष्ट्रवादी कांग्रेस इत्तेहाद‌ को वह‌ कमजोर नहीं मानते। लेकिन इन पार्टियों का जोर आनेवाले इलेक्शन‌ में कम होगा।

बिजेपी के एक कददावर‌ नेता ने कहा कि मनसे अपना सीयासी मुसतक्बील‌ बचाए रखने के लिए किसी भी हद तक जा सकती है। मनसे को साथ लेकर इत्तेहाद‌ अपना रोशन मुस्तक्बील‌ दांव पर नहीं लगाना चाहेगी।

बिजेपी के साबिक सदर‌ नितीन गडकरी के एक करीबी नेता के मुताबिक‌ दोनों चचेरे भाइयों के साथ आने के इम्कानात‌ कम हैं।

पार्टी दोनों के मामले में सालिसी नहीं करेगी। मीडिया ऐसे आप‌सी मामलों को तरजीह न दे।