उन्नीस पाकिस्तानी “मिशन अधिकारी” पिछले पांच साल में हुए लापता- रिपोर्ट

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय से 19 कर्मचारियों को एक लक्ष्य के तहत यूएस, यूके और फ्रांस में तैनात किया गया था, जो की पिछले पांच साल से गायब हैं। द एक्सप्रेस ट्रिब्यून रिपोर्ट के अनुसार या तो वे कर्मचारी किसी पनाहगाह में चले गए, गैरकानूनी अप्रवासी बन गए या फिर अपने देश को धोखा दे रहे हैं। पाकिस्तान के प्रशासन के लिए ये लोग अंजान है कयुनकी इतने समय में किसी ने भी विदेशी मंत्रालय से कोई सम्पर्क नहीं किया है।

इन भगोड़े अधिकारियों को यूएस, यूके, कनाडा,फ्रांस, स्वेडेन, स्विट्ज़रलैंड, स्पेन और मेक्सिको में तैनात किया था जहाँ से ये लोग छोड़ कर भाग गए और ये लोग कहाँ है इसकी जानकारी पाकिस्तान के प्रशासन को भी अभी तक नहीं हैं। अमेरिका से आठ कर्मचारी गायब हुए जबकि यूके से तीन, दो फ्रांस और स्वेडेन से गायब हुए और कनाडा, स्विट्ज़रलैंड, स्पेन, मेक्सिको से एक एक कर्मचारी गायब है। उन लोगो के गायब होने के बाद सभी को कारण बताओ नोटिस भी दिया गया था लेकिन बाद में उनको फरार घोषित कर दिया गया। अभी लगभग 1,962 कर्मचारी पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय द्वारा विदेशों में भेजे गए थे जिसमें से 1,002 कर्मचारी पिछले तीन साल के दौरान तैनात किये गए थे या फिर पदाधिकारी सरकार द्वारा उनको वहां तैनात किया गया था।

2015-16 के दौरान पाकिस्तान ने 11.7 बिलियन रूपये का खर्चा अपने लक्ष्यों और बाहर के कर्मचारियों पर खर्च किया है। पाकिस्तान तहरीक-ए-इन्साफ के नेता शाह महमूद क़ुरैशी जो की आसिफ अली जरदारी की सरकार के दौरान विदेश मंत्री थे उनका कहना है कि इस सब से पाकिस्तान की प्रवर्ति का पता चलता है जहां पर लोग विदेश में रहना पसंद करते हैं।

क़ुरैशी ने आगे बताया कि इन अधिकारियो में ज़्यादातर बाद में विभिन्न कारण बता कर वहां रहने की जगह की मांग करते हैं।थोड़े काम पोस्ट वाले कर्मचारी यह रास्ता अपनाते हैं। इसको खत्म करने के लिए सरकार को बाहर भेजने वाले कर्मचारियों के कारण देखने चाहिए और साथ में कड़ी सुरक्षा जांच एवं सूक्ष्म परीक्षण के बाद उनको भेजा जाना चाहिए।