उपेन्द्र कुशवाहा ने बीजेपी से नाता तोड़ा, कांग्रेस के साथ जाने की उम्मीद!

राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के अध्यक्ष एवं केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा ने केंद्रीय मंत्री पद से त्यागपत्र दे दिया है। सूत्रों के मुताबिक थोड़ी देर पहले ही कुशवाहा ने अपना त्यागपत्र प्रधानमंत्री को भेजा है।

मंत्री पद छोड़ने के बाद उपेंद्र कुशवाहा अब राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन को छोड़ने का ऐलान भी कर सकते हैं, 2 बजे के करीब कुशवाहा दिल्ली में प्रेस कॉन्फ्रेंस करने जा रहे हैं और ऐसी संभावना है कि वह एनडीए से निकलने का ऐलान कर सकते हैं।

आज शाम को 4 बजे राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंथन की बैठक होने जा रही है और सूत्रों के मुताबिक कुशवाहा एनडीए की बैठक में भी हिस्सा नहीं लेंगे।

माना जा रहा है कि संसद का शीतकालीन सत्र शुरू होने से एक दिन पहले सोमवार को वह भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) को अलविदा कह देंगे।

कुशवाहा के इस कदम से बिहार में राजनीतिक समीकरण पूरी तरह बदल जाएंगे। इस मसले पर कुशवाहा 2 बजे दिल्ली में प्रेस कॉन्फ्रेंस भी करने वाले हैं। इसकी जानकारी उन्होंने खुद सोशल मीडिया के जरिए दी है।

राष्ट्रीय लोक समता पार्टी प्रमुख पिछले कुछ सप्ताहों से भाजपा और उसके अहम सहयोगी दल के नेता, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साध रहे हैं।

रालोसपा को 2019 के लोकसभा चुनाव में 2 से ज्यादा सीटें नहीं मिलने के भाजपा के संकेतों के बाद से कुशवाहा नाराज चल रहे हैं। दूसरी ओर भाजपा और जनता दल यूनाइटेड के बीच बराबर-बराबर सीटों पर चुनाव लड़ने की सहमति बनी है। आपको बता दें कि 2014 में कुशवाहा की पार्टी को 3 सीटें दी गई थीं और उसके प्रत्याशियों ने तीनों ही सीटों पर जीत दर्ज की थी।

इस मामले पर बोलते हुए RLSP के एक वरिष्ठ नेता ने कहा, ‘कुशवाहा आज भाजपा से अपनी राह अलग करने की घोषणा कर सकते हैं। वह केंद्रीय मंत्री के पद से भी इस्तीफा दे देंगे।’

माना जा रहा है कि RLSP विपक्ष से हाथ मिला सकती है जिसमें लालू प्रसाद की राष्ट्रीय जनता दल और कांग्रेस शामिल हैं। 2019 के चुनावों पर कुशवाहा का यह कदम बड़ा असर डाल सकता है क्योंकि बिहार से लोकसभा में कुल 40 सांसद आते हैं।