बलगावी 28 फ़रवर: वज़ीर-ए-आज़म नरेंद्र मोदी ने कहा कि अगर आलमी मईशत में कोई उम्मीद की किरण है तो वो हिन्दुस्तान है, जिसके साथ इन्होंने इद्दिआ किया कि इन की हुकूमत ग़रीबों की ज़िंदगीयों और देहातों की हालत को बदलने के तईं पाबंद अह्द है। यहां किसानों की रैली से ख़िताब करते हुए वज़ीर-ए-आज़म ने ये भी कहा कि अप्पोज़ीशन कई मसाइल की बात करती है लेकिन जब से वो प्रधान सेवक की हैसियत से ख़िदमात अंजाम दे रहे हैं, उन की हुकूमत के ख़िलाफ़ करप्शन का कोई इल्ज़ाम आइद नहीं हुआ है।
मोदी ने बीजेपी की किसानों तक मुल्क गीर रसाई के हिस्सा के तौर पर मुनज़्ज़म करदा बड़ी रैली में कहा कि ये इत्तेफ़ाक़ पाया जाता है कि अगर आलमी मईशत में उम्मीद की कोई किरण है तो वो हिन्दुस्तान है। उन्होंने हिन्दुस्तान उम्मीद की किरण होने से मुताल्लिक़ अपने नुक्ता पर-ज़ोर देने के लिए मुख़्तलिफ़ एजेंसीयों और बैन-उल-अक़वामी इदारों जैसे आलमी बैंक और आई एम एफ़ की पेश करदा रेटिंगस का हवाला दिया। मोदी ने कहा कि चाहे वर्ल्ड बैंक हो या आई एम एफ़ या दुनिया की कोई रेटिंग एजेंसी , सबकी यक आवाज़ है कि अगर कोई मुल्क है जहां उम्मीद की किरण मौजूद है तो वो उम्मीद की किरण हिन्दुस्तान है। करप्शन के बारे में मोदी ने कहा कि जब उन की हुकूमत ने जायज़ा हासिल किया तो क़ौम करप्शन से बदहाल थी। ज़ाइद अज़ 18 माह गुज़र चुके कि मैंने प्रधान सेवक के तौर पर आपकी ख़िदमत की है। अप्पोज़ीशन कई मसाइल को उजागर करती है लेकिन करप्शन का कोई इल्ज़ाम आइद नहीं है।