जम्मू-कश्मीर के उरी में हुए आंतकी हमले में शहीद हुए 18 जवानों के परिजन में सरकार के खिलाफ आक्रोश प्रकट कर रहे हैं। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक शहीदों के परिजन सरकार से आंतकवाद के खिलाफ जवाबी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
हमले में शहीद हुए हवलदार अशोक कुमार सिंह के पिता जगनारायण सिंह ने सरकार के प्रति नाराजगी जताते हुए कहा है कि केंद्र सरकार भारत पर हो रहे ऐसे आतंकी हमलों का जवाब देने के लिए पर्याप्त कार्रवाई नहीं कर रही है। जगनारायण कहते हैं, “ये वही सरकार है जो पांच भारतीय सैनिकों के सिर काटने के बदले 10 पाकिस्तानी सैनिकों का सिर काटने की बात करती थी।
शहीद लांस नायक चंद्रकांत गलांदे के पिता शंकर गलांदे का कहना है कि हाल ही में हो रहे आतंकी हमलों में सैनिकों के मारे जाने की खबर सुनकर मेरा दिल काँप जाता था। इसलिए अक्सर अपने तीनों बेटों को सेना से वापस बुलाने के बारे में सोचता था। क्या सरकार ये सुनिश्चित करेगी कि हमारे बेटे इस तरह न मारे जाएं?”
शहीद सिपाही नैमन कुजुर की पत्नी बीना टिग्गा कहती हैं, “मुझे लगता है कि सरकार को आतंकियों या पाकिस्तान जो भी जिम्मेदार हो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए। मैं खुद सेना में शामिल होने की तैयारी कर रही हूँ और अगर वो मेरे सामने आए तो मैं उन्हें मार दूंगी।