उर्दगान को सदारती इंतिख़ाबात में तारीख़ी कामयाबी का यक़ीन

तुर्की में आइन्दा इतवार को अव्वलीन सदारती इंतिख़ाबात मुक़र्रर हैं। वज़ीरे आज़म रजब तैयब उर्दगान ताक़तवर सदर के ओहदा के लिए मुक़ाबला में हैं। नाक़दीन को अंदेशा है कि उन के बरसरे इक़्तेदार आने की सूरत में इन्फ़िरादी आमिरीयत का आग़ाज़ हो जाएगा।

उर्दगान और उन की इस्लामी बुनियादें रखने वाली इंसाफ़ और तरक़्क़ी पार्टी 7 करोड़ 60 लाख आबादी वाले मुल्क पर गुज़िश्ता दस साल से हुकूमत कर रहे हैं, लेकिन सदारती इंतिख़ाबात में जो ढाई साला मुद्दत का ओहदा है, पहली बार पार्टी का उम्मीदवार इंतिख़ाबी मैदान में है।

इमकान है कि वो दो मीयादों यानी पाँच साल तक सदर तुर्की बरक़रार रहेंगे। कामयाबी की सूरत में उर्दगान तुर्की के तवील तरीन मुद्दत तक बरसरे इक़्तेदार रहने वाले हुक्मराँ होंगे।

क़ब्ल अज़ीं सिर्फ़ जदीद तुर्की के बानी मुस्तफ़ा कमाल पाशा अतातुर्क ने तवील मुद्दत तक हुक्मरानी की थी और ख़िलाफ़ते उस्मानिया के ज़वाल के बाद सेक्यूलरिज़्म के उसूलों पर मबनी हुकूमत क़ायम की थी।