उर्दू एकेडेमी कंप्यूटर सैंटरस की कारकर्दगी की जांच

हैदराबाद 1 फरवरी (सियासत न्यूज़ ) उर्दू एकेडेमी के कम्पयूटर सैंटरस और लाइब्रेरीयों में बे क़ाईदगियों की शिकायात पर हुकूमत ने किसी ख़ानगी इदारे के ज़रीया तमाम कम्पयूटर सैंटरस और लाइब्रेरीज़ की कारकर्दगी की जांच का फ़ैसला किया है। हुकूमत ने इस सिलसिला में उस्मानिया यूनीवर्सिटी या उर्दू यूनीवर्सिटी के शोबा रिसर्च से ताल्लुक़ रखने वाले तलबा और माहिरीन की ख़िदमात हासिल करने काफ़ैसला किया है।

इस सिलसिला में दोनों यूनीवर्सिटीज़ को मकतूब रवाना किया गया ।बताया जाता है कि रियासत में उर्दू एकेडेमी के तहत 84 कम्पयूटर सैंटरस और 70 लाइब्रेरीज़ काम कररहे हैं उन की कारकर्दगी की जांच और ऑडिट कराने का फ़ैसला कियागयाता कि इन सैंटरस पर ख़र्च की जा रही रक़म के बारे में हुकूमत को सही मुलाक़ात हासिल है ।हुकूमत ने इस सिलसिला में चार्टर्ड अकावनटनटस और पेशा वाराना ख़िदमात अंजाम देने वाले इदारों से राय तलब की है और उन से ख़ाहिश की है

कि वो जांच के सिलसिला में अपने कोटेशन अंदरून एक हफ़्ता डायरैक्टर सैक्रेटरी उर्दू एकेडेमी कूफ़ रवाना करें । बताया जाता है कि कई अज़ला से शिकायात मिली है कि कम्पयूटर सैंटरज़ और लाइब्रेरीज़ में अमला की तादाद ज़ाइद दिखा कर एकेडेमी से तनख़्वाहों से ज़ाइद रक़ूमात हासिल की जा रही हैं । बाअज़ लाइब्रेरीज़ तो ऐसे हैं जहां मुताला करने वालों की कमी है लेकिन इन इमारतों का भारी किराया जारी किया जा रहा है ।हुकूमत चाहती है कि कम्पयूटर सैंटरस और लाइब्रेरीज़ के कारकर्दगी को बेहतर बनाते हुए बजट के सही इस्तिमाल को यक़ीनी बनाए ।