उर्दू के महान शायर ‘फ़ितरत भटकली’ गुमनामी की जिंदगी जी रहे हैं

भटकली : भटकली में उर्दू साहित्य की रोशनी सार्वजनिक करने वाले फ़ितरत भटकली एक प्रसिद्ध कवि हैं, लेकिन अपने जीवन के पचास साल साहित्य और कविता की सेवा में बिताने के बावजूद यह कवि आज दुनिया दूर गुमनामी की जीवन जी रहे हैं। अपनी पैराना साली के बावजूद उन्होंने मिडिया के साथ बातचीत में प्रयोजन साहित्य पर अपने विचार व्यक्त किए। उन्होंने मौजूदा दौर में मुशायरों के गिरते हुए गुणवत्ता पर चिंता जताई।

फ़ितरत भटकली से कसब फ़ैज़ करने वाले न केवल भटकली में, बल्कि आस पास के क्षेत्रों में भी बड़ी संख्या में मौजूद हैं। उनका कहना है कि फ़ितरत ने कविता में सौंदर्य रंग पूरी ग्लो के साथ चित्रित किया है। फ़ितरत भटकली की गिनती भटकली के उन शायरों में होता है, जिनकी काव्य महानता की दुनिया प्रशंसा है। फ़ितरत भटकली ने अपना खून जिगर देकर भटकली की साहित्यिक इतिहास में अपना नाम बहुत बोल्ड अक्षरों में लिखा है।

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