नाम : मो एकराम अंसारी। इन्होंने उर्दू सबजेक्ट में असातिज़ा तकर्रुरी के लिए अपना दरख्वास्त भरा था। लेकिन जब सेलेक्टेड उम्मीदवारों की फेहरिस्त जारी की गयी तो, उनका का नाम हिंदी सबजेक्ट के असातिज़ा में आया। इससे वह काफी परेशान हैं। ऐसा ही गलती मो अशरफ अंसारी, मो एनामुल अंसारी समेत कई उम्मीदवारों के साथ हुई है, जिन्होंने दरख्वास्त उर्दू सबजेक्ट के लिए किया था और नाम हिंदी सबजेक्ट के लिए सेलेक्टेड असातिज़ा की फेहरिस्त में आया।
ऐसे कई उम्मीदवार हैं जिनका नाम उर्दू की जगह हिंदी असातिज़ा में डाल दिया गया है, जिसकी वजह से उनका नाम मेधा लिस्ट में शामिल नहीं हो पाया। मेधा लिस्ट में सुधार करने को लेकर रोजाना कई लोग दरख्वास्त लेकर जिला तालीम सुप्रीटेंडेंट दफ्तर के चक्कर लगा रहे हैं। कुछ लोग ऐसे भी हैं जिनके नंबर महकमा की तरफ से मुकर्रर मार्क्स से ज्यादा है लेकिन, उनका नाम लिस्ट में शामिल नहीं हो पाया है। तल्बा ने अपने एतराज़ भी दर्ज करायी, पर इस पर अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है।