नई दिल्ली, 05 अप्रैल: ( आई ए एन एस) मर्कज़ी वज़ीर-ए-मवासलात कपिल सिब्बल ने आज कहा कि शीरीं ज़बान उर्दू को फ़रोग़ देने के लिए एक माहिरीन की कमेटी तशकील दिए जाने का फ़ैसला किया गया है ताकि इस सक़ाफ़्ती तौर पर मुतमव्विल ज़बान को गूगल सर्च इंजन से मरबूत किया जाये ।
उन्होंने दुनिया की सब से बड़ी मोबाईल कंपनी नोकिया पर भी ज़ोर दिया कि वो इस ज़बान में एक दूसरे से मुवासलात के लिए सॉफ्टवेअर को फ़रोग़ दें । हिंदूस्तान में 170 मिलीयन उर्दू बोलने वाले अवाम रहते हैं । वो इस ज़बान में एक दूसरे से बातचीत कर सकते हैं । उर्दू को तमाम सोश्यल नेटवर्किंग साईट से मरबूत करने की तजवीज़ पाई जाती है ।
कपिल सिब्बल ने उर्दू एडीटर्स फ़ोर्म से कहा कि उन्होंने उर्दू को फ़रोग़ देने के लिए क़ौमी कौंसल बराए फ़रोग़ उर्दू ज़बान के नायब चेयरमैन और नामवर शायर प्रोफ़ेसर वसीम बरेलवी और डायरेक्टर ख़्वाजा इकराम से मुलाक़ात की है और उनसे ख़ाहिश की है कि वो उर्दू को फ़रोग़ देने के सिलसिले में जामि तजवीज़ पेश करें ।
इस सिलसिले में 8 अप्रैल को आला माहिरीन का एक इजलास तलब किया गया है । माहिरीन की ये टीम सोश्यल नेटवर्किंग साईट्स पर उर्दू के इस्तेमाल के लिए तरीक़े कार और टेक्नोलोजी को फ़रोग़ देने पर ग़ौर करेंगे । इस फ़ोर्म में चीफ़ मिनिस्टर हरियाणा भूपेंद्र सिंह हूड्डा और उर्दू के दानिश्वर अफ़राद भी शरीक थे ।