उर्दू टीईटी उम्मीदवारों के मुतालिबात जायज़ हैं और इसके लिए रियासती हुकूमत को सख्त कार्रवाई किए जाने की ज़रूरत है। ये बातें मशहूर अफसान निगार और हल्का अदब बिहार के जेनरल सेक्रेटरी फख़रुद्दीन आरफ़ी ने अपना बयान दिया। उन्होने कहा है की उर्दू बंगाल टीईटी कामियाब उम्मीदवारों के मुतालिबात जायज हैं और इसके लिए मौजूदा रियासती हुकूमत को ठोस कार्रवाई किए जाने की ज़रूरत है। उन्होने उम्मीद ज़ाहिर की है की वजीरे आला नितीश कुमार संजीदा मसले पर संजीदगी के साथ गौर करेंगे क्योंकि उर्दू के फ़रोग के लिए वजीरे आला नितीश कुमार की जानिब से फराग दिली का मुजाहिरा पेश किया गया है जिसकी वजह से उर्दूदां मौजूदा रियासती हुकूमत से मुतमायींन हैं।
उन्होने मजीद कहा की ये बात अपनी जगह बिलकुल दुरुस्त है की सरकारी दफ्तर में सही तौर पर उर्दू का नफ़ाज़ नहीं किया गया है। लिहाजा ऐसी सूरत में मैं वजीरे आला नितीश कुमार से इस सिम्त में सख्त कार्रवाई का मुतालिबा करता हूँ। मिस्टर फख़रुद्दीन आरफ़ी ने ज़ोर देकर कहा की हल्का अदब बिहार और अंजुमन फ़रोग उर्दू बिहार उर्दू के मसले हल कनरे की लिए बहुत जल्द एक बड़े सेमिनार का इंकाद करने जा रही है और इस सेमिनार के जरिये न सिर्फ बेदारी मुहिम की शुरुवात की जाएगी बल्कि इस मुहिम से मौजूदा रियासती हुकूमत को भी जोड़ा जाएगा ताकि उर्दू के फ़रोग को यक़ीनी बनाया जा सके।