उर्दू टीचर्स की जायदादों को मंज़ूर करने का मुतालिबा

रियासती हुकूमत तेलंगाना टीचर्स के तक़र्रुत डी एससी के लिए एक कमेटी तशकील दे रही है। जिस के बाद टीचर्स अहलीती टेसट और डी एससी इमतेहान को अलाहिदा यकजा करने के लिए ग़ौर-ओ-ख़ौस किया जाएगा।

रियासत के टीचर्स की नुमाइंदा तंज़ीम पी आर टी यू के क़ाइदीन ख़्वाजा मुईनुद्दीन, सय्यद अहमद बुख़ारी, इसरार अहमद, आरिफुद्दीन, अफ़ज़ल बैग ने बताया हैके रियासत तेलंगाना के सैंकड़ों स्कूलस में उर्दू की हज़ारों जायदादें मंज़ूर शुदणी है। उर्दू स्कूलस पर मुस्तक़िल टीचर्स के नहीं होने से तलबा-ए-मयारी तालीम हासिल करने से क़ासिर हैं।

इन क़ाइदीन ने बताया कि रियासती हुकूमत ने एक अंदाज़ा के मुताबिक़ 13 हज़ार मख़लवा जायदादें बता रही हैं जबकि ख़ुसूसन उर्दू स्कूलस के लिए फ़ी जायदादों की मंज़ूरी ज़रूरी है।

रियासत तेलंगाना के कई प्राइमरी स्कूलस में एक भी मुस्तक़िल टीचर मौजूद नहीं है और कई सरकारी, ज़िला परिषद हाई स्कूल एसे हैं जहां पर मज़मून वारी टीचर्स की कमी है।

जिस से तलबा की तालीम पर मनफ़ी असरात मुरत्तिब होरहे हीं ओर दसवीं जमात के नताइज भी हौसलाशिकनी बरामद होरहे हैं। जबकि रियासती हुकूमत तालीम पर ख़ास तवज्जा देने के लिए करोड़ों रुपये ख़र्च कररी है।

इन क़ाइदीन ने बताया कि वो इस ख़सूस में रियासती क़ाइदीन पी आटी यू के अलावा साबिक़ टीचर्स एम एलसी मोहन रेड्डी से नुमाइंदगी करेंगे कि रियासती हुकूमत उर्दू मीडियम टीचर्स की नई जायदादों को मंज़ूर करते हुए डी एससी 2015 टीचर्स के तक़र्रुत का आलामीया जारी करें।