उर्दू मीडियम असातिज़ा की जायदादों को तहफ़्फुज़ात (रोस्टर सिस्टम) से मुस्तसना क़रार देने के लिए महकमा अक़लीयती बहबूद ने कमिशनर और डायरेक्टर स्कूल एजूकेशन से नुमाइंदगी की है।
वज़ीरे आबपाशी टी हरीश राव ने डायरेक्टर अक़लीयती बहबूद मुहम्मद जलाल उद्दीन अकबर को मकतूब रवाना करते हुए ज़िला मेदक में 773 उर्दू मीडियम जायदादों पर तक़र्रुरात के सिलसिले में तवज्जा दिलाई।
माइनॉरिटी राईट्स प्रोटेक्शन कमेटी सिंगारेड्डी ने हरीश राव से नुमाइंदगी की थी कि कई उर्दू मीडियम स्कूलों में असातिज़ा की कमी है और विद्या वालेंटियर्स की ख़िदमात से तलबा का तालीमी म्यार बेहतर होना मुम्किन नहीं।
कमेटी ने तवज्जा दिलाई कि ज़िला की 773 उर्दू मीडियम असातिज़ा की जायदादें रोस्टर सिस्टम के तहत हैं जिस में एस सी, एस टी और बी सी तबक़ात को तहफ़्फुज़ात फ़राहम किए गए हैं।
अगर इन जायदादों को रोस्टर सिस्टम से मुस्तसना क़रार दिया जाये तो उर्दू मीडियम मदारिस में असातिज़ा की कमी को दूर किया जा सकता है। महकमा अक़लीयती बहबूद इस सिलसिले में चीफ़ मिनिस्टर के दफ़्तर से भी नुमाइंदगी कर चुका है ताकि आला सतह पर इस सिलसिला में फ़ैसला किया जा सके।