हैदराबाद ३०मार्च : सदर नशीन तेलंगाना रिसोर्स सैंटर वनाइब सदर तेलंगाना पर जा फ्रंट मिस्टर ऐम वेद कुमार ने मौलाना आज़ाद नैशनल उर्दू यूनीवर्सिटी में जारी धांदलियों पर तास्सुफ़ का इज़हार करते हुए कहा कि मौलाना आज़ाद यूनीवर्सिटी ख़ित्ता तेलंगाना का एक अज़ीम असासा है जिस की हिफ़ाज़त की तमाम तर्ज़ुमा दारी तेलंगाना के तमाम तबक़ात पर आइद होती है ।
उन्हों ने कहा कि क़ुतुब शाही और आसफ़िया दौर में तेलंगाना उर्दूका सब से बड़ा मर्कज़ बना हुआ था मगर मुत्तहदा रियासत आंधरा प्रदेश का क़ियाम और सरकारी महिकमा में ग़ैर मुक़ामी लोगों की इजारादारी ने तेलंगाना में उर्दू को तबाही के दहाने पर लाकर खड़ा कर दिया है ।
मिस्टर ऐम वेद कुमार ने उर्दू ज़बान को किसी एक मज़हब या तबक़े से जोड़ने की शदीद मुज़म्मत करते हुए कहाकि जिस क़दर उर्दू का इस्तिमाल मुस्लमानों में किया जाता है इसी तरह तेलंगाना में आंधरा के इंज़िमाम सेक़बल तेलंगाना के हिंदूओं में भी उर्दू ज़बान का इस्तिमाल आम बात थी। उन्हों ने मज़ीदकहाकि आज भी ततेलंगाना से ताल्लुक़ रखने वाले ग़ैर मुस्लिम दानिश्वर उर्दू अख़बारात कामुताला करते हैं ।