उर्दू यूनीवर्सिटी में बदउनवानियों की तहक़ीक़ात का मुतालिबा

हैदराबाद । ०२ मार्च‌ : तंज़ीम इंसाफ़ ने मौलाना आज़ाद नैशनल उर्दू यूनीवर्सिटी की मुख़्तलिफ़ जायदादों पर ग़ैर उर्दू दां अफ़राद के तक़र्रुत और इस यूनीवर्सिटी के अक़ल्लीयती मौक़िफ़ को साज़िश के तहत ख़तन करने की कोशिशों की मुज़म्मत करते हुए कहा कि उर्दू ज़बान अदब की तरक़्क़ी-ओ-तरवीज केलिए क़ायम किया गया इदारा अब कुरपट ओहदेदारों के हाथों तन्क़ीद का निशाना बना हुआ है । इंसाफ़ क़ाइदीन जनाब सय्यद अली उद्दीन अहमद , जनाब मीर मक़सूद अली और जनाब सय्यद हमीद उद्दीन अहमद महमूद ने कहा कि मुल्क भर की पहली उर्दू यूनीवर्सिटी धांदलियों वसाज़शों का मर्कज़ बनी हुई है ।

उसकी कारकर्दगी की मॉनीट्रिंग के लिए आली सतही कमेटी का क़ियाम अमल में लाना चाहिए । उन्हों ने कहा कि अगर धांदलीयाँ जारी रहें तो उसके वजूद और उसकी बक़ाउस की तरक़्क़ी का मक़सद फ़ौत हो जाएगा ।