उर्दू यूनीवर्सिटी में शाम-ए-ग़ज़ल का इनइक़ाद

हैदराबाद २१ । मार्च : मौलाना आज़ाद नैशनल उर्दू यूनीवर्सिटी के मर्कज़बराए मुताला समाजी इख़राज-ओ-शमूलीयत पालिसी के जे़रे एहतिमाम मुनाक़िद किए गए दो रोज़ा क़ौमी सेमिनार हिंदूस्तानी मुस्लमानों केलिए तहफ़्फुज़ात:शिमौलीती तरक़्क़ी कीजानिब एक क़दम के मौक़ा पर 19 मार्च की शाम आडीटोरीयम निज़ामत फासलाती तालीम, यूनीवर्सिटी कैंपस में एक इंतिहाई ख़ुसूसी शाम ग़ज़ल का एहतिमाम किया गया ।

मेहमान-ए-ख़ुसूसी प्रोफ़ैसर मुहम्मद मियां, वाइस चांसलर यूनीवर्सिटी की जानिब से फ़नकारों को तहनियत की पेश कुशी के बाद मर्कज़ के डायरैक्टर प्रोफ़ैसर कांचा ईलिया के जे़रे निगरानी मुनाक़िदा अपनी नौईयत की इस मुनफ़रद शाम-ए-ग़ज़ल में मुमताज़ गुलूकार जनाब महमदर कुन उद्दीन, मुहतरमा वे देवी रमना मूर्ती और मुहतरमा लेना रवी ने मुमताज़नुमाइंदा शोअरा का मुंतख़ब कलाम पेश करते हुए मुल़्क की मुख़्तलिफ़ रियास्तों से शिरकत करने वाले समीनार के शुरका , निज़ामत फासलाती तालीम और शहर से आए हुए मेहमानों से भरपूर दाद-ओ-तहसीन हासिल की।

सितार पर उस्ताद मुजतबा अली ख़ान तबला पर जनाब मुहम्मद सरदार ख़ान, जनाब ग्यानेश्वर और हारमोनियम पर जनाब मुहम्मद याक़ूबअली ने संगत की।प्रोग्राम कन्वीनर डाक्टर मुहम्मद शुजाअत अली राशिद, डिप्टी डायरैक्टर, सी पी डीयू एमिटी ने निज़ामत के फ़राइज़ अंजाम दिए और कलिमात-ए-तशक्कुर पेश कई। मर्कज़ के डिप्टी डायरैक्टर-ओ-कन्वीनर समीनार डाक्टर पी ऐच मुहम्मद और डाक्टर फ़रीदासिद्दीक़ी ने फ़नकारों और मेहमानों का ख़ैर मुक़द्दम किया। महफ़िल-ए-ग़ज़ल में वाइस चांसलर , नैशनल ला यूनीवर्सिटी, कटक ,उडीसा प्रोफ़ैसर फ़ैज़ान मुस्तफ़ा के इलावा शहर से आए हुए मेहमानों तलबा ,असातिज़ा और स्कालरस की कसीर तादाद शरीक थी।