उर्दू स्कूलस के मसाइल पर एस आई ओ की नुमाइंदगी

हैदराबाद 19 मई : ( रास्त ) : रियासत में उर्दू स्कूलस और उसके मुख़्तलिफ़ मसाइल के ज़िमन में ऐस आई ओ के एक वफ़द ने हाफ़िज़ पैर शब्बीर अहमद सदर जमईता उल-उलमा आंधरा प्रदेश और मुहम्मद जानी एम अलसी से मुलाक़ात की और तफ़सीलात से वाक़िफ़ करवाया ।

बिरादर मुजाहिद सैक्रेटरी राबिता आम्मा ने बताया कि कई मुक़ामात पर उर्दू तलबा-ए-ओ- तालिबात केलिए अप्पर प्राइमरी और हाई स्कूलस की सहूलतें नहीं हैं जिस की वजह से हज़ारों तलबा प्राइमरी के बाद तर्क तालीम कररहे हैं । स्कूलस में इनफ़रास्ट्रक्चर की कमी है और तर्बीयत याफ़ता असातिज़ा का फ़ुक़दान है । इसके बावजूद हुकूमत ने पिछले कई सालों से उर्दू जायदादों को मंज़ूरी नहीं दी है ।

जिस की वजह से उर्दू का मुस्तक़बिल ख़तरा में नज़र आता है । मौजूदा डी एस सी में मौजूद तमाम मख़लवा जायदादें नई नहीं हैं बल्कि तमाम प्रमोशन , ट्रांसफ़र और रिटायरमैंट की वजह से ख़ाली हुई हैं जिन्हें इस आलामीया में शामिल किया गया है और हुकूमत इस ज़िमन में ठोस क़दम नहीं उठा रही है ।

हाफ़िज़ पैर शब्बीर अहमद ने तफ़सीलात पर गहिरी तशवीश का इज़हार किया और वफ़द को तीक़न दिया कि वो हुकूमत से नुमाइंदगी करते हुए इन जायदादों को DSC-2012 के आलामीया में दुबारा शामिल करने का मुतालिबा करेंगे । जनाब मुहम्मद जानी ने भी पार्टी से बालातर हो कर वज़ीर-ए-आला और वज़ीर-ए-ताअलीम से नुमाइंदगी का तीक़न दिलाया । वाज़िह रहे कि ऐस आई ओ ने रियासत गीर सर्वे करते हुए उर्दूमदारिस की तफ़सीलात जमा की हैं जिन से उन मदारिस के मसाइल सामने आए हैं ।

बिरादर सय्यद यूनुस , अस्सिटैंट सैक्रेटरी ऐस आई ओ ए पी ने वाज़िह किया कि उर्दू मीडियम के साथ इंसाफ़ ना किया गया तो ऐस आई ओ रियासत गीर धरने और एहितजाजी जलसे करने का अज़म रखती है ।