उर्दू स्कूलों के साथ नाइंसाफ़ीयों का सिलसिला जारी

कोहीर 09 सितंबर: रियासत तेलंगाना आंध्रई सामराज से अलाहिदा रियासत तेलंगाना क़ायम होने पर रियासती अवाम खास्कर् उर्दू दां तबक़ा में ख़ुशी की लहर दौड़ गई थी क्युंकि अलाहिदा रियासत तेलंगाना में आसिफ़ जाहि के तर्ज़ पर उर्दू को अपना जायज़ मुक़ाम मिल जाएगा लेकिन अफ़सोस के अलाहिदा रियासत क़ायम हो कर 15 माह गुज़र चुके हैं और नए तालीमी साल का आग़ाज़ भी हो गया है लेकिन उर्दू स्कूलों के साथ नाइंसाफ़ीयों का सिलसिला जारी है।

इस तरह का एक वाक़िया मेदक के कोहीर मंडल के मौज़ा गरजो उड़ा में देखने को मिला ज़िला परिषद हाई स्कूल मौजूद है जहां पर छटवें जमातता दसवीं जमात उर्दू मीडियम 76 तलबा के लिए सिर्फ एक साईंस ग्रुप का टीचर मौजूद है। तलबा ने बताया कि नए तलईमी साल का माह-ए-जून से आग़ाज़ हो चुका है। लेकिन अभी तक तलबा की हाज़िरी लेने वाला कोई नहीं है और नाही इन को दर्सी किताबें मुहय्या करवाई गई।

तलबा ने बताया कि हमारा तालीमी साल ख़तरे में है हम लोग सालाना इमतेहान में किसी तरह कामयाब होंगे क्युं ना हम तेलुगु और इंग्लिश में दाख़िला नहीं लिया इस तरह के वाक़ियात से देहातों में उर्दू मीडियम से तलईम हासिल करने वाले मुस्लिम तलबा एहसास कमतरी का शिकार हो रहे हैं।