हुकूमते मध्य प्रदेश ने उर्दू स्कूलों के निसाब में भी जारिया तालीमी साल 2013 – 14 से भगवत गीता मुतआरिफ़ करवाने का फ़ैसला किया है, जिस पर अपोज़िशन कांग्रेस ने शदीद तन्क़ीद करते हुए उसे हुकूमत की नाकामियों और ग़लत हुक्मरानी से अवाम की तवज्जे हटाने की कोशिश क़रार दिया है।
1 अगसत को जारी एक ताज़ा तरीन सर्कुलर के ज़रिए मध्य प्रदेश की शिवराज सिंह चौहान हुकूमत ने तीसरी जमात से आठवीं जमात तक पढ़ाई जाने वाली जनरल हिन्दी की किताबों में भगवत गीता के वाक़ियात पर मुश्तमिल एक एक चैप्टर शामिल करने का फ़ैसला किया है। इसी तरह 1 से जमात दूसरी तक स्पेशल इंग्लिश और स्पेशल उर्दू की किताबों में भी जारिया साल से भगवत गीता के सबक़ शामिल किए जाऐंगे। वाज़िह रहे कि एक माह क़बल यानी 4 जुलाई को एक सर्कुलर जारी करते हुए मध्य प्रदेश हुकूमत ने भगवत गीता के वाक़ियात पर मुश्तमिल एक एक चैप्टर 9वीं जमात से बारहवीं जमात तक की स्पेशल हिन्दी की निसाबी किताबों में और स्पेशल इंग्लिश की जमात ग्यारहवीं और बारहवीं की निसाबी कुतुब में भगवत गीता के वाक़ियात को शामिल करने का फ़ैसला किया था । ये चैप्टर तालीमी साल 2013 – 14 के निसाब में शामिल रहेंगे।
शिवराज सिंह चौहान हुकूमत के इस इक़दाम की मुख़ालिफ़त करते हुए अपोज़ीशन कांग्रेस ने आज इल्ज़ाम आइद किया कि ये फ़ैसले आर एस उसकी ईमा पर किए गए हैं और इस का मक़सद समाज को फ़िर्कावाराना ख़ुतूत पर तक़सीम करना है ताकि इंतिख़ाबात से मुताल्लिक़ साल में सियासी फ़ायदा हासिल किया जा सके।
मध्य प्रदेश में क़ाइद अपोज़ीशन अजय सिंह ने कहा कि अवाम को दरपेश बुनियादी मसाइल से अवाम की तवज्जे हटाने और इंतिख़ाबात से मुताल्लिक़ साल में रियासत में कशीदगी पैदा करने के मक़सद से शिवराज सिंह चौहान की क़ियादत वाली बी जे पी हुकूमत ने स्कूली निसाब में भगवत गीता को शामिल करते हुए मज़हब का सहारा लेने का फ़ैसला किया है।
उन्होंने कहा कि रियासत में तमाम मज़ाहिब के अपने अपने इदारे हैं और वो मज़हब पर मबनी तालीम दे रहे हैं और अपने फ़राइज़ मुनासिब अंदाज़ में अंजाम दे रहे हैं। ताहम वोट हासिल करने के मक़सद से चीफ़ मिनिस्टर एक ख़ास मज़हब से मुताल्लिक़ वाक़ियात को सेक्युलर रियासत के तालीमी निसाब में शामिल करना चाहते हैं। अजय सिंह ने कहा कि स्कूलों और मदरसों के निसाब में भगवत गीता के वाक़ियात को शामिल करने का फ़ैसला करते हुए चीफ़ मिनिस्टर चौहान ने वाज़िह तौर पर ज़ाहिर कर दिया है कि वो रियासत में हुकूमत आर एस उसकी ज़हनियत से चला रहे हैं।
इस दौरान मुस्लिम पर्सनल ला बोर्ड के रुक्न आरिफ़ मसऊद ने गवर्नर मध्य प्रदेश मिस्टर राम नरेश यादव से अपील की कि वो इस हुक्मनामे को मंसूख़ करदें। उन्होंने कहा कि चीफ़ मिनिस्टर की जानिब से जारी ये सर्कुलर दस्तूरे हिंद के खिलाफ है और किसी ख़ास मज़हब की तालीमात को आम करना हुक्मरानी के इक़दार के मुग़ाइर है।