उर्दू स्कूल जीनोर में मुस्तक़िल टीचर के तक़र्रुर का मुतालिबा

वटनोर, ०७ जनवरी, ( सियासत डिस्ट्रिक्ट न्यूज़ ) मुस्तक़र जीनोर के अपर प्राइमरी उर्दू स्कूल में एक भी मुस्तक़िल टीचर ना होने से स्कूल की तरक़्क़ी और तलबा-ए-की तालीम मुकम्मल तौर पर ठप होकर रह गई। इस ज़िमन में औलयाए तलबा-ए-की जानिब से आज जीनोर के के बी चौक में रास्ता रोको एहतिजाज कियागया, जिस से तक़रीबन एक घंटा तक गाड़ीयों की आमद-ओ-रफ़्त बंद रही और मुतालिबा किया गया कि जल्द अज़ जल्द जीनोर के उर्दू स्कूल में मुस्तक़िल टीचर का तक़र्रुर अमल में लाया जाए।

इस मौक़ा पर मुक़ामी मुस्लिम क़ाइदीन ने बात करते हुए कहा कि अपर प्राइमरी उर्दू स्कूल 2001 में रोशनी पैकेज के तहत शुरू किया गया है और तब से एक भी मुस्तक़िल टीचर का तक़र्रुर नहीं किया गया और ख़ालिस विद्यावा लैंटर्स की मदद से ये स्कूल चलाया जा रहा है। मुकम्मल 10साल बाद जब हुकूमत ने कौंसलिंग के ज़रीया एक मुस्तक़िल ख़ातून टीचर का तक़र्रुर किया तब मुस्तक़र के अवाम में एक उम्मीद की किरण जाग उठी के हमारे नौनिहालों को अब उर्दू की मूसिर तालीम मुहय्या होगी लेकिन इस ख़ातून टीचर ने अपनी ज़िम्मेदारी से लापरवाही करते हुए गुज़श्ता साल विद्या वालीनटरस पर ज़ाइद बोझ डाल कर अपनी ख़िदमात को चलाया और इस साल मुक़ामी अवाम की जानिब से इस टीचर पर ब्रहम होने पर और अपनी ख़िदमात को ज़िम्मेदारी से निभाने की तलक़ीन करने पर इस ने साल के शुरू से ही तवील रुख़स्त दरख़ास्त मंडल एजूकेशनल ऑफीसर एन शंकरिया के हवाले करके ग़ायब होगई और आज तक कोई पता नहीं है।

क़ाइदीन ने कहा कि इस तरह एक ज़िम्मेदार टीचर होते हुए अपनी ख़िदमात से लापरवाही करना और इस पर ओहदेदारान की जानिब से नजरअंदाज़ करना, उर्दू के साथ नाइंसाफ़ी नहीं तो और क्या है। उन्हों ने कहा कि एम् ई ओ जीनोर इस ख़ातून टीचर की रुख़स्त पर रहने की बिना पर एक तेलगू स्कूल के टीचर राथोड़ गोविंद को इंचार्ज हेडमास्टर की हैसियत से तक़र्रुर किया जिस से हमारे नौनिहालों को कोई फ़ायदा नहीं होगा।

उन्हों ने ज़िला के आला ओहदेदारान, अक़ल्लीयती क़ाइदीन वमहबान उर्दू से परज़ोर मुतालिबा किया कि वो जीनोर के उर्दू स्कूल की सदर मुअल्लिमा जो तवील रुख़स्त पर हैं को यहां से हटाकर एक मुस्तक़िल टीचर का तक़र्रुर करें और प्राइमरी स्कूल को हाई स्कूल का दर्जा देने के लिए इक़दामात करें ताकि इस कबायली इलाक़ा के जीनोर में उर्दू तालीम के हुसूल केलिए राह हमवार हो सके। इस मौक़ा पर मुक़ामी अक़ल्लीयती क़ाइदीन ज़ाहिद ख़ान ( तेलगूदेशम ) इमतियाज़ लाला ( टी आर ऐस) अय्यूब ख़ान ( कांग्रेस ) के एलावा रहीम, अमजद ख़ान, अबदुर्रशीद, बाबू भाई, बाबू पठान के इलावा दीगर मौजूद थे।