उर्दू ज़बान की तरक़्क़ी-ओ-तरवीज के लिए आबिद अली ख़ान एजूकेशनल ट्रस्ट की गिरांक़द्र ख़दमा

हैदराबाद 28 जनवरी: आबिद अली ख़ान एजूकेशनल ट्रस्ट के इमतिहानात उर्दू दानी ज़बान दानी उर्दू इंशा के आज दोनों शहरों हैदराबाद-ओ-सिकंदराबाद के मुख़्तलिफ़ 83 मराकज़ के साथ आंध्र प्रदेश के मुख़्तलिफ़ अज़ला में 47 मुक़ामात पर और दुसरे रियास्तों बीदर (कर्नाटक) बिस्वा कल्याण चटगेह मैसूर में 6 मराकज़ मनहली बलासपुर राजिंदर गावं छत्तीसगढ़ में ग्यार मराकज़ पर मुनाक़िद हुआ ।

इन इमतिहानात में जुमला 12,270 उम्मीदवारों ने शिरकत की जिन में हैदराबाद सिकंदराबाद में 7616 उम्मीदवार आंध्र प्रदेश में 3549 दीगर रियास्तों में सैंकड़ों उम्मीदवारों ने शिरकत की । मुहम्मद हबीब अलरहमन इंचार्ज सक्शन उर्दू इमतिहानात के बमूजब इन इमतिहानात के ज़रीये नई नसल को उर्दू ज़बान से बुनियादी तौर पर वाक़िफ़ किया जाता है । और इस में ग़ैर उर्दू दां तबक़ा के अफ़राद भी शिरकत कर रहे हैं ।

आज मुजतबा हुसैन मुमताज़ तंज़-ओ-मज़ाह निगार ने इन इमतिहानात के मराकज़ का मुआइना करने के बाद अपने तास्सुरात में बता कि उर्दूकी बक़ा के लिए आबिद अली ख़ान एजूकेशनल ट्रस्ट की तरफ से एक तवील अर्सा से रज़ा काराना तौर पर जो काम हो रहा है वो लायक़ सताइश है ।

उर्दू वालों को अपने बलबूते पर अपनी ज़बान की हिफ़ाज़त करना है । मुख़्तलिफ़ मराकज़ पर इस ट्रस्ट की जानिब से जो काम हो रहा है वो निहायत मुनज़्ज़म और मुस्तहकम है । उन्हों ने नेक तमन्नाऐं का इज़हार किया । मुख़्तलिफ़ मराकज़ पर मुआइना करने वाले अज़ीम शख़्सियात और उन के तास्सुरात पेश किए ।

मस्जिद अलहीह बारकस में 185 तलबा ने इमतिहान लिखा अबदउल माजद ने मुआइना क्या । मुदर्रिसा आईशा रिज़वान शाहीन नगर में 106 उम्मीदवारों ने इमतिहानात तहरीर किए । इन इमतिहानात के मुआइना करने केलिए भोपाल मध्य प्रदेश से आए हुए मेहमानान सहीफ़ा नगारां परवेज़ बारी ए डब्लयू क़ुरैशी और मुहम्मद मुनीर ने अपने तास्सुरात तहरीर करते हुए बताया कि इस किस्म के इमतिहानात से ना सिर्फ़ उर्दू ज़बान से वाक़िफ़ हो रहे हैं बल्के इस के निसाब के ज़रीये कामयाबी हासिल की जा रही है । इस इक़दाम को ठोस बताते हुए तारीफ़ विस्तायश किए हैं ।

उन की तक़लीद करना चाहीए और मश्वरा दिया कि मराकज़ में तर्बीयती कोर्स का भी नज़म किया जाये। मुआइना की टीम में सुरेंद राय गौड़ उम्र बिन हुसैन बावज़ीर शामिल थे । उर्दू अदब की अज़ीम शख़्सियात में प्रोफ़ैसर मुहम्मद अनवर उद्दीन शोबा उर्दू यूनीवर्सिटी आफ़ हैदराबाद पद्मश्री डाक्टर मुजतबा हुसैन मुहम्मद बशीर-उद-दीन प्रोफ़ैसर मजीद बेदार डाक्टर हफ़सा सुलताना ने महबूबेह इस्लामी स्कूल दुबैर पूरा मुदर्रिसा दयनीय रशदेह मुदर्रिसा दयनीय रहमानेह दबिर पूरा के इमतिहानी मराकज़ का मुआइना किया और टीम ने इस ईक़ान का इज़हार किया कि उर्दू सीखने के लिए नई नसल जिस जोश-ओ-जज़बा के साथ आरही है उस को देखते हुए कहा जाता है कि जिस क़ौम में अपनी ज़बान की तईं वाबस्तगी और मुहब्बत हो वो ज़बान कभी नहीं मिट सकती।