वज़ीर फाइनैंस ई राजिंदर ने सरकारी मह्कमाजात में तक़र्रुत के मौके पर चार फ़ीसद मुस्लिम तहफ़्फुज़ात पर अमल आवरी और उर्दू ज़बान में इमतेहान के इनइक़ाद का यकीन दिया।
असेंबली में वकफ़ा-ए-सवालात के दौरान अरकान के ज़िमनी इस्तिफ़सारात के जवाब में वज़ीर फाइनैंस ने कहा कि तमाम महिकमा जाती इमतेहानात के उर्दू में इनइक़ाद का मसला हुकूमत के ज़ेर-ए-ग़ौर है और चीफ़ चन्द्रशेखर राव ने इस सिलसिले में एवान को यकीन् दिया है।
मुसलमानों को 12 फ़ीसद तहफ़्फुज़ात से मुताल्लिक़ हुकूमत के वादे पर तक़र्रुत में अमल आवरी की वज़ाहत करते हुए वज़ीर फाइनैंस ने कहा कि 12 फ़ीसद तहफ़्फुज़ात के लिए हुकूमत ने अलाहिदा कमेटी तशकील दी है। कमेटी की रिपोर्ट उसकी मजबूरी के बाद ही 12 फ़ीसद पर अमल किया जा सका है।
उन्होंने कहा कि सिलसिले में मौजूदा तहफ़्फुज़ात यानी 4 फ़ीसद पर अमल आवरी की जाएगी।उन्होंने अरकान के इसरार पर कहा कि उर्दू ज़बान में इमतेहान के इनइक़ाद के लिए हुकूमत संजीदगी से इक़दामात करेगी और उर्दू में इमतेहान को यक़ीन बनाया जाएगा क्युंकि तेलंगाना में उर्दू दूसरी सरकारी ज़बान का दर्जा रखती है। वज़ीर फाइनैंस ने तक़र्रुत में ताख़ीर की सूरत में तलबा की उम्र में इज़ाफे की तशवीश पर कहा कि हुकूमत 5 ता 10 बरस की रियायत देने के लिए तैयार है। इस सिलसिले में तमाम जमातों से मुशावरत के बाद फ़ैसला किया जाएगा।